Lucknow: एक्शन में LDA उपाध्यक्ष, अवैध प्लाटिंग देख भडक़े; प्रॉपर्टी डीलरों पर FIR के निर्देश

लखनऊ शहर (Lucknow City) के अनियोजित विकास को लेकर एलडीए लागतार एक्शन मोड़ में है।

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। लखनऊ शहर (Lucknow City) के अनियोजित विकास को लेकर एलडीए लागतार एक्शन मोड़ में है। बुधवार को एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने खुद फील्ड में उतरकर अवैध निर्माणों की पड़ताल की। इस दौरान प्रापर्टी डीलरों से लेकर अनियोजित विकास के लिए जिम्मेदार अभियंताओं में हडक़ंप मच गया।

बीते दिन एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी व एसडीएम मोहनलालगंज हनुमान प्रसाद मौर्या के नेतृत्व में प्राधिकरण व जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने निरीक्षण शुरू किया। इसमें सर्वप्रथम सुशांत गोल्फ सिटी (Sushant Golf City) के पीछे वीके उपाध्याय द्वारा कान्हा उपवन नाम से बसायी जा रही अवैध कालोनी का निरीक्षण किया गया। इसके बाद न्यू जेल रोड पर एडीवी इन्फ्राटेक एंड हाउंसिंग प्राइवेट लिमिटेड (ADV Infratech & Housing Private Limited) द्वारा की जा रही अवैध प्लाटिंग का सर्वे किया गया। इस क्रम में न्यू जेल रोड पर ही गंगोत्री सिटी (Gangotri City) का निरीक्षण किया गया। जहां जानकारी करने पर पता चला कि यह कालोनी आदेश सक्सेना एवं आशीष श्रीवास्तव द्वारा विकसित की जा रही है।

निरीक्षण में चिन्हित कीं 20 अवैध प्लाटिंग

निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष ने एसडीएम मोहनलालगंज के साथ मिलकर सुलतानपुर रोड व न्यू जेल रोड का दौरा करके 20 अवैध प्लाटिंग चिन्हित कीं। इस दौरान उन्होंने स्वयं साइट ऑफिसों में जाकर प्रॉपर्टी डीलर व उनके एजेंटों से कालोनी के तलपट मानचित्र के संबंध में पूछताछ की और आम जनता को सब्जबाग दिखाकर बेचे गये भूखंडों का ब्योरा प्राप्त किया। चौतरफा चल रही प्लाटिंग व रो-हाउस भवनों को देख उपाध्यक्ष का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर मौैजूद एलडीए के प्रवर्तन के अफसर व अभियंताओं को जमकर फटकारा।

प्रॉपर्टी डीलरों पर FIR के निर्देश

उन्होंने निर्देश दिए कि सोमवार से विशेष अभियान चलाकर इन अवैध प्लाटिंग (illegal plotting) के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए। यही नहीं लखनऊ शहर (lucknow City) में अनियोजित विकास के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर के भी निर्देश दिए।

वहीं, सुलतानपुर रोड पर निरीक्षण के दौरान मनीष सिंह द्वारा तक्ष्या सिटी नाम से की जा रही अवैध प्लाटिंग का भी उपाध्यक्ष ने निरीक्षण किया। करीब पांच घंटे तक चली इस कार्रवाई के दौरान संयुक्त टीम द्वारा 20 अवैध प्लाटिंग चिन्हित की गयीं। जिनमें 600 रुपये वर्गफुट से लेकर 2499 रुपये वर्गफुट तक भूखण्ड बेचे जा रहे थे। कार्रवाई में प्रवर्तन जोन-दो के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी व अधिशासी अभियंता (executive engineer) जोन-दो अवनीन्द्र कुमार सिंह समेत कई अफसर-कर्मचारी मौजूद रहे।

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