Meerut GST Fraud: 232 फर्जी कंपनियों के नाम पर करोड़ों का घोटाला, तीन आरोपी गिरफ्तार

Meerut GST Fraud: प्रदेश के मेरठ में एक ऐसे सिंडिकेट का खुलासा हुआ है। जिसने दो सौ से ज्यादा फर्जी कंपनियों के नाम पर करीब 1048 करोड़ रुपये का घोटाला किया।

जीएसटी कमिश्नर ऑफिस की कर चोरी रोधी शाखा (Anti Tax Evasion Branch) ने एक ऐसे सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसने सामान की आपूर्ति के लिए 232 फर्जी कंपनियों के नाम से नकली बिल जारी कर 1,048 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स का दावा कर डाला.

सीजीएसटी की जांच में एक गड़बड़ी पाए जाने के बाद पूरे महकमे में हलचल मच गई है। एंटी करप्शन की टीम ने इस का खुलासा किया। जांच में पाया गया कि 232 फर्जी कंपनियों का संचालन गाजियाबाद का मास्टर माइंड प्रवीण कुमार कर रहा था। प्रवीण ने सभी फर्जी कंपनियों के लिए GST रिटर्न दाखिल किया था।

हैरान करने वाली बात ये है कि 91 कंपनियां बनाने के लिए एक ही मोबाइल नंबर का उपयोग किया गया था। अफसरों ने बताया कि प्रवीण कुमार के पास से दस मोबाइल फोन और तीन लैपटॉप बरामद किए हैं।

मेरठ जीएसटी के अधिकारियों ने कहा कि फर्जीवाड़े में इस्तेमाल किए जा रहे 5 बैंक खातों को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया गया है। अभी तक इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार की गई है।

बता दें कि शेल कंपनियों के नाम पर फर्जी बिल के माध्यम से आपुर्तिकृत सामान की कुल कीमत करीब 5,842 करोड़ रुपये दिखाई गई थी। इस पूरे मामले की जांच विभिन्न विश्लेषणात्मक उपकरणों जिनमें एडवांस ऐनालिटिक्स इन इनडायरेक्ट टैक्सेशन और बीआईएफए के माध्यम हुई थी।

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