गर्मी बढ़ने के साथ ही पाचन संबंधी होती हैं कई दिक्कतें, इस तरह से रहें सावधान

गर्मी बढ़ने के साथ ही पाचन संबंधी दिक्कतें खासकर लूज मोशन और इसके बाद डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है।

Sandesh Wahak Digital Desk: गर्मी बढ़ने के साथ ही पाचन संबंधी दिक्कतें खासकर लूज मोशन और इसके बाद डिहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है। अधिक पसीने से भी ऐसी दिक्कत होती है। अधिक डिहाइड्रेशन से मरीज को चक्कर आ जाते हैं, बेहोशी जैसे लक्षण भी आते हैं। शरीर में पानी की कमी से कई बार तो मरीज की जान जा सकती है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो गर्मी या लूज मोशन में भी शरीर में पानी की कमी नहीं होगी।

जब भी लूज मोशन की समस्या हो या फिर बार-बार मुंह सूख रहा हो, दोनों ही स्थिति में रोगी को धनिया सीड्स का पानी पिला सकते हैं। इस पानी को तैयार करने के लिए एक लीटर पानी में एक चम्मच सूखे धनिये के बीज डालें। इसको धीमी आंच पर पानी को तब तक पकाते रहें, जब तक कि पानी आधा न रह जाए। अब इस पानी को छानकर ठंडा कर लें और थोड़ी-थोड़ी देर में घूंट-घूंट करके इस पानी को पीते रहें। इसके साथ ही शरीर में पानी की कमी न होने दें। घर से बाहर निकलें तो छाछ, शिकंजी, रबड़ी या पानी पीकर ही निकलें।

ये तरकीब भी है बेहतर

इसमें सबसे पहले ओआरएस का घोल दें। यह तेजी से शरीर में कम हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को सही करता है। एक छोटा चम्मच कच्ची सौंफ (बिना भूनी हुई सौंफ), 1 छोटा चम्मच पकी सौफ (भूनी हुई सौंफ) लें। दोनों को मिला लें। आधा-आधा छोटे चम्मच सुबह-शाम रोगी (मरीज) को दें। जायफल को पानी या दूध में घीसकर देने से भी राहत मिलती है। इसी तरह सौंफ और सफेद जीरा को हल्का भून लें और पाउडर बनाकर पानी से लें। दस्त में राहत मिलती है। डाइट में हल्के, सुपाच्य और तरल चीजें ज्यादा मात्रा में लें। इसमें केला, खिचड़ी, पोहा, नारियल पानी आदि भी ले सकते हैं। नींबू, नमक-चीनी का घोल बनाकर ले सकते हैं। थोड़ा-थोड़ा ही खाएं। पेक्टिन-पोटैशियम वाले खाद्य पदार्थ, जैसे उबला आलू और शकरकंद आदि खाएं।

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