Ayodhya: प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हमले की साजिश, खालिस्तानी आतंकी के संपर्क में था गैंगस्टर शंकर लाल

UP Crime News: अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में गड़बड़ी की मंशा से जासूसी करने वाले तीन संदिग्ध खालिस्तानी आतंकियों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों में राजस्थान निवासी शंकर लाल दुसाद उर्फ शंकर जाजोद, अजीत कुमार शर्मा और प्रदीप पुनिया हैं। आरोपी शंकर लाल दुसाद को वर्ष 2016 में ही गिरफ्तार किया जा सका और वह 2023 तक सात वर्ष जेल में रहा।

सेंट्रल जेल बीकानेर में उसकी मुलाकात कैदी लखबिंदर से हुई। लखबिंदर ने उसे अपने भांजे पम्पा से मिलवाया। पम्पा ने उसे कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी सुखविंदर गिल उर्फ सुखडोल सिंह गिल उर्फ सुखदिल का व्हाट्सएप नंबर दिया। शंकर लाल सुक्खा से लगातार व्हाट्सएप पर बात करता रहा। सुक्खा ने बताया कि खालिस्तानी समर्थकों की हत्या में गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गैंग का हाथ है। सुक्खा ने शंकर को बदला लेने में मदद करने को कहा, लेकिन इस बीच सितंबर 2023 में कनाडा में सुक्खा की हत्या हो गई।

शंकरलाल ही कर रहा था गैंग का संचालन

आरोपी शंकर लाल ने कबूला है कि वह कुख्यात गैंगस्टर राजेंद्र जाट उर्फ राज ठेहट का करीबी रहा है। गैंगवार में राजू ठेहट के मारे जाने के बाद गैंग का संचालन शंकरलाल ही कर रहा था। उसने अवैध रूप से धन अर्जित करके दूसरों नामों से मेघालय माइनिंग एवं राजस्थान में ट्रांसपोर्ट का कार्य भी किया है। विदेश में रहने वाली खालिस्तानी आतंकी हरमिंदर सिंह ने उसे निर्देश दिए थे कि गुरपतवंत सिंह पन्नू ने उसे अयोध्या जाकर रेकी करने और कुछ महत्वपूर्ण स्थानों की फोटो व नक्शा भेजने को कहा था।

साथ ही पन्नू ने कहा था कि वह अयोध्या में रुके और वहां उसके अगले आदेश का इंतजार करे। निर्देश के अनुसार घटना को अंजाम दिया जाए। उसने अवैध रूप से धन अर्जित करके दूसरों नामों से मेघालय माइनिंग एवं राजस्थान में ट्रांसपोर्ट का कार्य भी किया है। इसीलिए शंकर लाल अपने साथी अजीत कुमार शर्मा व प्रदीप पुनिया जीप पर श्रीराम का झंडा लगाकर रेकी कर रहे थे। पन्नू ने कहा था कि वारदात अंजाम देने के लिए अयोध्या में ही उन्हें सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। वह अपने दो साथियों के साथ आया था।

मुख्यमंत्री को धमकी देने में पन्नू देशद्रोह में नामजद

यूपी एटीएस ने बताया कि गैंगेस्टर शंकर और उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद से ही कनाडा में बैठे पन्नू ने आडियो जारी करना शुरू कर दिया। इसमें तरह-तरह से मीडिया कर्मियों को फोन कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकियां दी गईं। साथ ही यह भी कहा गया कि अयोध्या से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके गंभीर अंजाम भुगतने होंगे। शंकर ने भी पूछताछ में कबूला है कि वह पन्नू के लिए काम कर रहा था। नतीजतन, एटीएस ने तीनों के साथ ही पन्नू के खिलाफ यूपी एटीएस थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने, साजिश करने और देशद्रोह की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। एटीएस जल्द ही तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।

सात मुकदमे हैं दर्ज

शंकर लाल के खिलाफ वर्ष 2007 से वर्ष 2014 के बीच सात मुकदमे राजस्थान में दर्ज हैं। ये मुकदमे मारपीट, फायरिंग करने, शराब तस्करी, हवाला, लूट, बीकानेर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामकृष्ण सिहाग की हत्या, बीकानेर सेंट्रल जेल में बलवीर बानूडा की हत्या की साजिश रचने और आम्र्स एक्ट के मामले में दर्ज किए गये थे। वह मार्च 2016 से 15 मई 2023 तक सेंट्रल जेल बीकानेर में रहने के बाद जमानत पर छूटकर आया था।

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