भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा लखनऊ का विद्यालय, जिम्मेदार मौन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भ्रष्टाचार की एक बानगी देखिये। विद्यालय में पंखा, बल्ब, टंकी है लेकिन बिजली कनेक्शन नही।
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भ्रष्टाचार की एक बानगी देखिये। विकास खंड सरोजनीनगर के प्राथमिक विद्यालय धोधन खेडा में बच्चों की सुख सुविधा के लिए विद्यालय के कमरों में बल्ब व पंखे लगा दिए गए। विद्यालय में पानी की किल्लत न हो इस लिए हैण्डपम्प के साथ समरसेबल पम्प भी डाल कर दिया छत के ऊपर पानी की टंकी भी रख दी गई। टोटियां भी लगवा दी गई। लेकिन विद्यालय को आज तक बिजली का कनेक्शन नहीं दिया गया।
उपरोक्त सुविधाएं विद्यालय में पढऩे वाले नौनिहालों के साथ पढ़ाने वाले शिक्षकों को मुंह चिढ़ा रहीं हैं। हालात यह है कि शिक्षक और बच्चे पंखे व बल्ब देखकर कमरों में रोशनी व हवा होने का अहसास कर लेते है। विद्यालय में लगाई गई टोटियां चोर खोल ले गए तथा समरसेबल पम्प जंग खा रहा है। विद्यालय की बाउंड्री वॉल न होने के कारण मवेशी अंदर जाकर गंदगी करते है।
भ्रष्टाचार और अनदेखी में विद्यालय को नहीं मिला बजट
विद्यालय की शिक्षिका डॉ. प्रेम लता बताती है कि विद्यालय की बाउंड्रीवॉल व बिजली कनेक्शन के लिए के लिए कई बार विभाग को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक कोई बजट विद्यालय को नहीं मिला है जिसके कारण विद्यालय की बाउंड्री वॉल नही हो सकी।
विद्यालय को मिला निपुण का दर्जा
विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता को देखते हुए विद्यालय को निपुण विद्यालय का दर्जा प्राप्त हो चुका है। विद्यालय के शिक्षक मनीष श्रीवास्तव बताते है कि शैक्षिक गुणवत्ता की टेस्टिंग में विद्यालय के बच्चे खरे उतरे जिसके बाद विद्यालय को निपुण विद्यालय का दर्जा मिला है। अब इसे भ्रष्टाचार ना कहें तो क्या कहें?
क्या बोले जिम्मेदार?
विद्यालय में बाउंड्रीवॉल के लिए नगर निगम व शिक्षा विभाग को पत्र लिखा गया गया। बिजली के कनेक्शन के लिये बिजली विभाग ने 3 लाख 31 हजार के खर्च का स्टीमेट बनाया गया है। बजट मिलने के बाद विद्यालय विद्यालय की बाउंड्रीवॉल व बिजली कनेक्शन का काम कराया जायेगा।
रुद्र प्रताप यादव (खंड शिक्षा अधिकारी, सरोजनीनगर, लखनऊ)
Also Read: IAS अधिकारी छवि रंजन को ईडी ने किया गिरफ्तार, जमीन घोटाले से जुड़ा है मामला