महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर से राहुल गांधी की तस्वीर गायब, रविशंकर प्रसाद ने उठाए सवाल
Sandesh Wahak Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Elections) से पहले महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी खींचतान आखिरकार खत्म हो गई। गुरुवार (23 अक्टूबर) को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महागठबंधन ने राजद नेता तेजस्वी यादव के नाम पर मुहर लगा दी। हालांकि, इस ऐलान के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर का प्रेस कॉन्फ्रेंस से नदारद रहना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया।
रविशंकर प्रसाद ने बोला हमला
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसी मुद्दे को लेकर महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, राहुल गांधी की तस्वीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं थी। यह कौन-सा गठबंधन है ? बिहार (Bihar) की 243 सीटें हैं और ये लोग 255 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।
रविशंकर प्रसाद ने महागठबंधन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने इन्हीं की भ्रष्ट कार्यप्रणाली से तंग आकर साथ छोड़ा था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, आज तेजस्वी कह रहे हैं कि वे भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस अपनाएंगे, तो बताइए किसके भ्रष्टाचार पर ? अपने, माता या पिता के?

हर घर नौकरी वाला वादा छलावा
बीजेपी नेता ने याद दिलाया कि लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में 32 साल 6 महीने की सजा मिल चुकी है, जबकि उन पर चार अलग-अलग मामलों में केस दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पर भी आईपीसी की धारा 420 के तहत आरोप है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी का “हर घर नौकरी” वाला वादा पूरी तरह छलावा है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, तेजस्वी यादव के पास एक परखा हुआ मॉडल है। वो नौकरी देंगे और आपकी जमीन ले लेंगे। उनका कोई भी काम भ्रष्टाचार के बिना नहीं चलता।
यहां केंद्रीय मंत्री ने यह भी सवाल उठाया कि बिहार (Bihar) के 2 करोड़ 60 लाख परिवारों में हर घर नौकरी देने का वादा करने वाले तेजस्वी यादव वेतन देंगे कहां से? उन्होंने कहा कि एनडीए का लक्ष्य है इनकी हवाबाजी और झूठे वादों को जनता के सामने बेनकाब करना। तेजस्वी की घोषणाएं सिर्फ चुनावी शोर हैं, जमीन पर हकीकत नहीं।
Also Read: Kushinagar News: जयपुर से बिहार जा रही लग्जरी बस पलटी, 27 यात्री गंभीर रूप से घायल

