UP: पान मसाला-तम्बाकू निर्माता फर्म पर जीएसटी टीम ने मारा छापा, एक करोड़ का लगा जुर्माना

Sandesh Wahak Digital Desk : राज्य कर विभाग ने सरोजनीनगर के नादरगंज औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक बड़ी पान मसाला-तम्बाकू निर्माता फर्म पर छापेमारी की। जीएसटी चोरी के साक्ष्य पाए जाने के बाद फर्म ने एक करोड़ रुपये का जुर्माना विभाग को दिया है। यह कार्रवाई दो फर्मों की ओर से दाखिल जीएसटी रिर्टन का आईटी टूल से विश्लेषण करने के बाद की गई। अपर आयुक्त कैलाश नारायण और अपर आयुक्त धीरेन्द्र प्रताप सिंह की टीम ने कंपनी की कार्यप्रणाली का इलेक्ट्रॉनिक ब्योरा निकलवाया।

इसमें पता चला कि कंपनी सप्लाई की वास्तविक मात्रा नहीं बता रही है। इसका पता दाखिल रिटर्न और कच्चे माल की तुलना कर लगाया गया। इससे सामने आया कि उत्पादन को कम कर के प्रदर्शित किया गया है। इससे बड़े पैमाने पर कर भुगतान बचाया जा रहा है। इसके बाद उपायुक्त अजीत कुमार और राज्य कर अधिकारी हर्षित श्रीवास्तव ने केस प्रोफाइल तैयार करते हुए फ र्म की रेकी की।

पान मसाले के उत्पादन, सप्लाई और बिक्री के आंकड़े इक्कठा किए। इसके बाद पांच टीम बनाकर 22 फरवरी को छापेमारी शुरू की। 23 की आधी रात तक चली छापेमारी के बाद कर चोरी के सभी साक्ष्य मिल गए।

सभासद के दफ्तर पर जीएसटी का छापा

सेंट्रल जीएसटी मेरठ की टीम ने नई मंडी इलाके में पूर्व सभासद के ऑफिस और अन्य ठिकानों पर छापा मारा। टीम ने उनका रिकॉर्ड कब्जे में लेकर जांच की तो करोड़ की चोरी का मामले सामने आया। टीम दफ्तर के दो लोगों को अपने साथ ले गई है। जिले में जीएसटी चोरी की शिकायत सामने आ रही है। स्टेट जीएसटी से मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं किए जाने की सूचना पर तमाम जांच के मेरठ की सेंट्रल जीएसटी की टीम ने नई मंडी के एक पूर्व सभासद के ऑफिस, घर और उसके अन्य ठिकानों पर छापा मारा। टीम ने समस्त रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया।

प्रथम दृष्टया करोड़ों की टैक्स चोरी सामने आई है। मेरठ से आई टीम ने दफ्तर पर रहने वाले दो लोगों को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया। इन दोनों को अपने साथ मेरठ ले गई है। जिस पूर्व सभासद के यहां जांच की गई, बोगस कंपनी बनाकर जीएसटी चोरी के आरोप में वह पहले भी जेल जा चुका है।

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