Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
Trending
- ‘एक शहजादा दिल्ली में दूसरा पटना में…’, दरभंगा की रैली में विपक्ष पर पीएम मोदी का करारा प्रहार
- SIT ने एचडी रेवन्ना को किया गिरफ्तार, अग्रिम जमानत याचिका पर कोर्ट का इंकार
- Lok Sabha Election 2024: मायावती का पीएम मोदी पर वार, बोलीं- गरीबों को फ्री में नहीं दिया राशन
- ‘राहुल बाबा, मेरी सलाह मानो…’, जब अमित शाह ने कांग्रेस नेता पर साधा निशाना
- Arvinder Singh Lovely: बीजेपी में शामिल हुए अरविंद सिंह लवली, कांग्रेस पर लगाए थे गंभीर आरोप
- लोकसभा चुनाव के बीच सरकार का बड़ा फैसला, प्याज निर्यात पर प्रतिबंध हटाया
- ‘वो मेरे भाई को शहजादा कहते हैं…’, PM मोदी के खिलाफ फ्रंट फुट पर आईं प्रियंका गांधी
- सरकारी अस्पतालों में लगे कितने वेंटिलेटर्स काम कर रहे हैं और कितने नहीं: हाई कोर्ट ने मांगी रिपोर्ट
- Lok Sabha Election 2024 : सपा के वरिष्ठ नेता की मांग, बोले- वाराणसी से केजरीवाल या उनकी पत्नी लड़ें चुनाव
- कांग्रेस को बड़ा झटका, ओडिशा की पुरी सीट से प्रत्याशी ने लौटा दिया टिकट, ये है वजह
Get real time updates directly on you device, subscribe now.
Sandesh Wahak Digital Desk: जौनपुर जिले के दीवानी कचहरी परिसर में पुलिस हिरासत में पेशी पर लाए गए दो हत्यारोपी बंदियों की कथित रूप से गोली मारकर हत्या करने की कोशिश की गयी। इस मामले में एक दारोगा समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने बताया कि मंगलवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेशी के लिए ले जाए जा रहे हत्यारोपी मिथिलेश गिरि और सूर्यप्रकाश राय पर दो बदमाशों ने कचहरी में ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं जिसमें वे घायल हो गये। इस मामले में एक दारोगा समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। अधिकारी के अनुसार गोली एक बंदी की पीठ में जबकि दूसरे की बांह में लगी। उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया।
उन्होंने बताया कि निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में उपनिरीक्षक कालीचरण कन्नौजिया, मुख्य कांस्टेबल संतोष कुमार गुप्ता, संजय यादव, जय किरन सोनकर, अनिल चौहान और महिला कांस्टेबल अर्चना मौर्य शामिल हैं।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ये सभी पुलिस कर्मी न्यायालय परिसर में आने जाने वालों की तलाशी करने के लिए सक्रिय रूप से तैनात किए गए थे, इसके बावजूद बदमाश हथियार लेकर न्यायालय परिसर में दाखिल हुए और गोलीबारी की।
गौरतलब है कि प्रयागराज में 15 अप्रैल की रात को पुलिस अभिरक्षा में गैंगस्टर से नेता बने पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके पूर्व विधायक भाई अशरफ पर मीडियाकर्मी बनकर आये तीन बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मौके पर तीनों बदमाशों को दबोच लिया था। ठीक एक माह बाद जौनपुर में प्रयागराज की तर्ज पर ही हुई इस घटना से कचहरी में दहशत फैल गई है।