Barabanki News: अवैध कैंटीनों का बोलबाला, शराब ठेका संचालक ने आबकारी विभाग से लगाई गुहार
Sandesh Wahak Digital Desk: बाराबंकी जिले में सरकार के कड़े नियमों और आबकारी विभाग की सख्ती के बावजूद शराब ठेकों के आसपास अवैध कैंटीनों का धंधा जोरों पर है। हालत यह है कि जहां लाइसेंसधारी दुकानदार भारी शुल्क अदा कर नियमों का पालन करते हैं, वहीं सड़क किनारे गुमटीनुमा दुकानें खुलेआम शराब पीने-पिलाने की सुविधा दे रही हैं।
सूत्रों के मुताबिक थाना रामनगर क्षेत्र के रानीगंज बाजार भट्ठा चौराहा स्थित देशी शराब ठेका के पास रोज़ाना दर्जनों अवैध दुकानें सज जाती हैं। इन दुकानों पर पानी की बोतल, गिलास, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, नमकीन और मसाला आदि बेचा जाता है। शराबियों के जाम सड़क किनारे छलकाए जाते हैं, जिससे आमजन को परेशानी झेलनी पड़ती है और कानून-व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

अवैध दुकानें हटाने की मांग
लाइसेंसधारी ठेका संचालक प्रमिला सिंह पत्नी अवधेश ने आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस को लिखित शिकायत देकर अवैध दुकानों को हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि उनके नाम से तहसील रामनगर क्षेत्र में शराब की दुकान व कैंटीन विधिवत सरकारी लाइसेंस से संचालित है, लेकिन आसपास धड़ल्ले से अवैध कैंटीनें खुल गई हैं। इन दुकानदारों से कूड़ा हटाने की बात कहने पर वे विवाद करने लगते हैं।
प्रमिला सिंह का आरोप है कि इन अवैध कैंटीनों से न केवल उनकी बिक्री प्रभावित हो रही है बल्कि सीधे-सीधे सरकारी राजस्व को भी नुकसान हो रहा है।
इस बाबत चौकी प्रभारी सुढ़ियामऊ राम अवतार ने बताया कि “फिलहाल इस संबंध में कोई प्रार्थना पत्र नहीं मिला है। प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर प्रकरण की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।” वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस और आबकारी विभाग की मौन सहमति से यह कारोबार फल-फूल रहा है। सवाल यह है कि जब भारी शुल्क भरकर लाइसेंसधारी दुकानदार न्याय के लिए भटक रहे हैं, तो कानून व्यवस्था को लागू करने की जिम्मेदारी कौन निभाएगा?
रिपोर्ट: आमिर अली
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