UP: बेसिक शिक्षा विभाग के दावे फुस्स, आश्वासनों के सहारे बच्चे

चार माह बाद भी 1.50 करोड़ बच्चों को नसीब नहीं ड्रेस, बैग, पेंसिल और कापी

Sandesh Wahak Digital Desk : गर्मी के छुट्टी के बाद उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल विद्यालय खुले हुए चार दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक प्रदेश के करीब 1 करोड़ 50 लाख बच्चों को पढ़ाई के लिए ड्रेस और बैग से लेकर पेंसिल, कापी व रबड़ नसीब नहीं हुआ है। इसके बिना ही बच्चे विद्यालय आने को मजबूर हैं।

हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग का दावा था कि पढ़ाई शुरू होते ही बच्चों को किताबे ड्रेस से लेकर सभी कुछ समय से मिल जाएगा, पर चार माह बाद भी डीबीटी के जरिए अभिभावकों के खाते में 1200 रुपए नहीं पहुंचे हैं।

विद्यालयों में पढ़ाई शुरू लेकिन व्यवस्था चौपट

प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल विद्यालय का शैक्षिक सत्र एक अप्रैल से शुरू हुआ। इसके बाद 20 मई से गर्मी का अवकाश घोषित कर दिया। इस अवकाश को दो चरणों में बढ़ाने के बाद तीन जुलाई को प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल विद्यालय में फिर से पढ़ाई शुरू हो गई है। पर सरकार अभी तक इन बच्चों को ड्रेस, जूते-मोजे, बैग, कापी, पेंसिल, कटर, व रबर के पैसे नहीं दे पायी है।

ऐसे में या तो बच्चे बिना ड्रेस के विद्यालय पढ़ाई करने आ रहे हैं या फिर पुरानी घिसी ड्रेस पहन कर विद्यालय पहुंच रहे हैं। मलिहाबाद के एक अभिभावक ने नाम ना छपाने की शर्त पर कहा कि हम गरीब हैं। सरकार के पैसे के सहारे हैं। किसी तरह पेंसिल व रबर की व्यवस्था कर बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं, लेकिन ड्रेस के लिए अधिक पैसे चाहिए। वहीं प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों के अनुसार जो बच्चे नए हैं, वे बिना डे्रस के स्कूल पढऩे आ रहे हैं, पर पुराने बच्चे पिछले सत्र की डे्रस पहनकर विद्यालय आते हैं।

30 जुलाई तक ड्रेस देने का था वादा

प्राथमिक और जूनियर हाईस्कूल विद्यालय के शिक्षक नेताओं का कहना है कि विभाग ने दावा किया था कि हर हाल में 30 मई तक बच्चों केअभिभावकों के बैंक खाते में डीबीटी के जरिए 1200 रुपए भेज दिए जाएंगे, लेकिन यह पैसा 7 जुलाई तक भी नहीं भेजा गया।

एक माह पहले हो चुका है डाटा तैयार

प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का कहना है कि पुराने सभी बच्चों का डाटा तैयार हो चुका है। पूरा डाटा निदेशालय पहुंच गया है। प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने भी बेसिक शिक्षा विभाग से अपील है कि जल्द से जल्द अभिभावकों के खाते में पैसा भेजा जाए।

इन सामानों के लिए दिए  जाते हैं 1200 रुपये 

  • दो जोड़ी यूनिफार्म के लिए 600 रुपये
  • स्वेटर के लिए 200 रुपये
  • जूते-मोजे के लिए 125 रुपये
  • स्कूल बैग के लिए 170 रुपये
  • 100 रुपए में 4 कापियां, दो पेंसिल, 2 रबर और दो कटर

 

बीएसए अरुण  कुमार ने कहा कि अभी तक बजट नहीं आया है। हमारी पूरी तैयारी है। जैसे ही बजट जारी होगा। अभिभावकों के खाते में पैसा पहुंच जाएगा।

 

महानिदेशक स्कूल शिक्षा, यूपी विजय किरन आनंद ने कहा कि अभिभावकों के खाते में डीबीटी के जरिए 1200 रुपए भेजने का काम जल्द पूरा किया जाएगा।

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