पीएम मोदी को घाना का सर्वोच्च सम्मान, अब तक 24 देश कर चुके हैं सम्मानित

Sandesh Wahak Digital Desk: अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की साख लगातार मजबूत हो रही है, और इसका ताजा प्रमाण जुलाई महीने में घाना की राजधानी अकरा में देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया है। यह सम्मान बहुत कम विदेशी नेताओं को मिलता है, जो भारत और घाना के बीच गहरे और मजबूत रिश्तों का प्रतीक है।
30 साल बाद घाना पहुंचे पीएम मोदी
30 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना यात्रा ने दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों को और भी गहरा कर दिया है। घाना की संसद को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, भारत और घाना का रिश्ता सिर्फ कूटनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आपसी विश्वास और साझा मूल्यों की नींव पर टिका है। यह सम्मान भारत की जनता के लिए गर्व का क्षण है।” उन्होंने भारत-अफ्रीका सहयोग, सांस्कृतिक जुड़ाव और विकास की साझा यात्रा पर विशेष जोर दिया।
रिकॉर्ड 24 अंतरराष्ट्रीय सम्मान
यह घाना का सम्मान कोई अकेला नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी को अब तक 24 देशों से सर्वोच्च सम्मान मिल चुके हैं, जो किसी भी भारतीय नेता के लिए एक रिकॉर्ड है। इनमें रूस का ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रू’, यूएई का ‘जायद मेडल’, फ्रांस का ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’, मालदीव का ‘रूल ऑफ इज्जुद्दीन’ और नाइजीरिया, साइप्रस, फिजी जैसे देशों के प्रतिष्ठित पुरस्कार शामिल हैं।
यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र ने भी उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘चैंपियन ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से सम्मानित किया था। ये सभी सम्मान केवल पीएम मोदी की व्यक्तिगत उपलब्धियां नहीं हैं, बल्कि ये भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत और प्रभाव के स्पष्ट संकेत हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को अपनाते हुए वैश्विक दक्षिण (Global South) की आवाज को मजबूत किया है। उनकी लगातार विदेश यात्राएं नए व्यापारिक अवसर, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का माध्यम बनी हैं। घाना का यह सम्मान भारत के वैश्विक नेतृत्व की भूमिका को और भी रेखांकित करता है। पीएम मोदी ने न केवल भारत को एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है, बल्कि वे विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणा भी बन गए हैं। उनकी कूटनीति ने भारत को वैश्विक मंच पर एक भरोसेमंद और प्रभावशाली साझेदार बनाया है। यह सम्मान भारत के उभरते कद और आत्मविश्वास की गवाही है, जो आने वाले समय में और भी सशक्त होगा।
Also Read: Lucknow News: पत्नी के सामने सास-ससुर को बेरहमी से उतारा मौत के घाट