Gonda News: बिना परमिट के काट डाले सागौन के पच्चीस पेड़, मुकदमा दर्ज

मोतीगंज थाना क्षेत्र में पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से किया जा रहा वृक्षों का सफाया

Sandesh Wahak Digital Desk: गोण्डा जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित पेड़ों की अंधाधुंध कटान वन विभाग और इलाकाई पुलिस की मिलीभगत से की जा रही है। सोहांस करमोहनी गांव में बिना परमिट के सागौन के 25 पेड़ों को धराशाई कर दिया गया। हास्यास्पद बात तो यह है कि जब इसकी जानकारी चाही गई तो पुलिस और वन विभाग के जिम्मेदारों ने अनभिज्ञता जताई। जब पेड़ों की कटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब इस मामले में वन विभाग द्वारा आनन-फानन में केस दर्ज कराया गया।

जिले का मोतीगंज थाना पेड़कटवा के नाम से मशहूर है। यहां तैनाती के दौरान प्रबोध कुमार ने वृक्षों की अवैध कटान पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन उनके तबादले के बाद पेड़ों पर फिर मशीनें चलने लगीं। ताज़ा मामला थाना क्षेत्र के सोहांस करमोहनी गांव का है जहां सरकारी स्कूल के पास ठेकेदार ने क्षेत्रीय पुलिस और वन विभाग से साठगांठ करके सागौन के 25 पेड़ों को काट डाला। सूत्रों का कहना है कि प्रतिबंधित पेड़ों की कटान के दौरान इसकी शिकायत पुलिस और वन विभाग से की गयी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

संबंधित अधिकारी ने जानकारी से किया इंकार

बताते हैं कि वन विभाग के एक जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन चूंकि ठेकेदार की बात एक तथाकथित पत्रकार के जरिए जिला मुख्यालय पर बैठे एक अफसर से थी, इसलिए उन्हें बिना किसी तरह की कार्रवाई किए ही बैरंग वापस होना पड़ा। पुलिस और वन विभाग द्वारा इस मामले में कार्रवाई न किए जाने के बाद किसी के द्वारा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। कुछ मीडियाकर्मियों द्वारा वन विभाग के संबंधित अधिकारी से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया और कहा कि देखवाकर कार्रवाई कराई जाएगी।

दरअसल, सोहांस करमोहनी गांव के रामशंकर तिवारी ने लाखों रूपए कीमत के सागौन के 25 पेड़ ठेकेदार को बेच दिया था, लेकिन ठेकेदार द्वारा इन पेड़ों को काटने के पूर्व वन विभाग से परमिट नहीं लिया गया। ठेकेदार गुड्डू खान के द्वारा सभी 25 पेड़ों को अवैध रूप से काट डाला गया। इसकी सूचना वन विभाग के एसडीओ व रेंजर को दी गयी। एसडीओ के आदेश पर पंडरी कृपाल रेंज के दरोगा मौके पर पहुंचे, जहां जांच के दौरान बिना परमिट लिए अवैध रूप से सागौन के पच्चीस पेड़ों को काट लिए जाने की बात प्रकाश में आई।

अवैध कटान का गढ़ हैं मोतीगंज क्षेत्र के ये गांव

मोतीगंज थाना क्षेत्र का राजगढ़, सोहांस करमोहनी, चपरतल्ला, रामनगर, दूबेपुरवा, पठान पुरवा, कोलहुआ, कौरहे, भोरहा, छजवा, मतवरिया, सांगीपुर मंगरावां, राजापुर सहित अन्य कई गांव ठेकेदारों के लिए अवैध वृक्षों की कटान का गढ़ माने जाते हैं। यहां पुलिस और वन विभाग की मिलीभगत से हरे-भरे प्रतिबंधित वृक्षों का सफाया किया जाता है।

सूत्र बताते हैं कि कोई दिन ऐसा नहीं होता है, जब इस क्षेत्र में पेड़ों की कटान न होती हो। क्षेत्र के लोग तो मोतीगंज को पेड़कटवा थाना कहने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि वृक्षों की अंधाधुंध कटान से बाग-बगीचे साफ होते जा रहे हैं और पुलिस तथा वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी मालामाल हो रहे हैं। इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।

क्या कहते हैं रेंजर सुशांत शुक्ला?

इस संबंध में पंडरी कृपाल क्षेत्र के रेंजर सुशांत शुक्ल ने बताया कि शिकायत मिलने पर क्षेत्रीय वन दरोगा को मौके पर भेजकर जांच कराई गयी। जांच के दौरान पाया गया कि सोहांस करमोहनी गांव में ठेकेदार गुड्डू खान के द्वारा 25 पेड़ सागौन के बिना परमिशन के काट लिए गए थे। इस पर काश्तकार रामशंकर तिवारी व ठेकेदार गुड्डू खां के खिलाफ उत्तर प्रदेश वृक्ष संरक्षण अधिनियम की धारा 4/10 के तहत केस दर्ज कराया गया है।

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