भारत और आसियान की सदी है 21वीं सदी, PM मोदी ने शिखर सम्मेलन में किया ऐलान- 2026 होगा मैरीटाइम कॉपरेशन ईयर

Sandesh Wahak Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मलेशिया में आयोजित आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया और आसियान देशों के साथ भारत की साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया। इस दौरान, उन्होंने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि भारत और आसियान मिलकर साल 2026 को ‘आसियान-इंडिया ईयर ऑफ मैरीटाइम कॉपरेशन’ घोषित करेंगे। पीएम मोदी ने आसियान की सफल अध्यक्षता के लिए मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को बधाई दी।

भारत और आसियान मिलकर 25% आबादी का करते हैं प्रतिनिधित्व

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में दोनों पक्षों के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, भारत और आसियान मिलकर विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या को रिप्रजेंट करते हैं। हम सिर्फ जियोग्रॉफी ही नहीं, बल्कि गहरे ऐतिहासिक संबंधों और साझे मूल्यों की डोर से भी जुड़े हुए हैं। हम केवल व्यापारिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक साझेदार भी हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा कि आसियान, भारत की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का मुख्य स्तंभ है और भारत सदैव आसियान की सेंट्रेलिटी (Centrality) और इंडो पैसिफिक पर आसियान के आउटलुक का पूर्ण समर्थन करता रहा है।

वैश्विक स्थिरता का सशक्त आधार बनी साझेदारी

प्रधानमंत्री ने कहा कि अनिश्चितताओं के इस दौर में भी भारत-आसियान क्रम्प्रिहेन्सिव स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप में सतत प्रगति हुई है, और यह साझेदारी वैश्विक स्थिरता और विकास का सशक्त आधार बनकर उभर रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष आसियान समिट की थीम- ‘इनक्लूसिविलिटी एंड सस्टेनिबिलिटी’ हमारे साझा प्रयासों में स्पष्ट दिखती है। चाहे वह डिजिटल इन्क्लूजन हो या फूड सिक्योरिटी और रिजिलिएन्ट सप्लाई चेन सुनिश्चित करना हो। भारत इन प्राथमिकताओं का पूर्ण समर्थन करता है और इस दिशा में साथ आगे बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध है।

शिक्षा, पर्यटन और ग्रीन एनर्जी में बढ़ेगा सहयोग

पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर आपदा में अपने आसियान मित्रों के साथ मजबूती से खड़ा रहा है। समुद्री सहयोग (मैरीटाइम कॉपरेशन) के साथ ही, दोनों पक्ष एजुकेशन, टूरिज्म, साइंस एंड टेक्नॉलॉजी, खेल, ग्रीन एनर्जी और साइबर सिक्योरिटी में आपसी सहयोग को भी मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।

अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, 21वीं सदी हमारी सदी है, भारत और आसियान की सदी है। मुझे विश्वास है कि आसियान कम्यूनिटी विजन 2045 और विकसित भारत 2047 का लक्ष्य पूरी मानवता के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करेगा।

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