Lucknow News: महंत राजू दास से मुलाकात करने पर सपा ने महिला इकाई की राष्ट्रीय सचिव मुस्कान मिश्रा को पद से हटाया
Lucknow News: समाजवादी पार्टी की महिला इकाई की राष्ट्रीय सचिव और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मुस्कान मिश्रा को महज 22 साल की उम्र में बड़ी राजनीतिक क़ीमत चुकानी पड़ी है। अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास से उनकी मुलाक़ात पार्टी के लिए पार्टी विरोधी गतिविधि मानी गई, जिसके चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है।
मुस्कान मिश्रा को सपा ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पार्टी की युवा छवि को मज़बूत करने के लिए चुना था। मुस्कान मिश्रा रविवार को अयोध्या पहुँची थीं, जहाँ उन्होंने महंत राजू दास से मुलाक़ात की और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लिया। यह मुलाक़ात एक वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसे प्रतापगढ़ के व्यवसायी सूरज पांडेय ने इंस्टाग्राम पर साझा किया था।
यह मुलाक़ात विवादों में घिर गई, क्योंकि महंत राजू दास पहले सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के ख़िलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने महाकुंभ के दौरान मुलायम सिंह की मूर्ति पर कठमुल्ला जैसे अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। इस पृष्ठभूमि के चलते सपा कार्यकर्ताओं ने इस मुलाक़ात पर भारी नाराज़गी व्यक्त की।
जूही सिंह का कड़ा एक्शन
मामले की गंभीरता को देखते हुए, सपा महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने तुरंत कार्रवाई की और मुस्कान को राष्ट्रीय सचिव पद से बर्ख़ास्त कर दिया। जारी पत्र में लिखा गया, नेताजी हम सबके प्रेरणास्रोत हैं और रहेंगे। आपको तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त किया जाता है।
🔴 ब्रेकिंग
सपा ने मुस्कान मिश्रा को पद से हटाया!
हनुमानगढ़ी में महंत राजू दास से आशीर्वाद लेना पड़ा भारी — माला पहनाई, पांव छुए, संस्कार दिखाए… मगर पार्टी लाइन लांघ दी!
अब सवाल:
आस्था की सज़ा?
या था ये पॉलिटिकल सिग्नल?
आपकी राय? 👇#MuskanMishra #SamajwadiParty #Politics2025 pic.twitter.com/VONmjllTg5— Raghvendra Singh Amethi (@raghvendras86) October 15, 2025
मुस्कान की सफ़ाई, जानकारी नहीं थी
अपने निष्कासन पर मुस्कान मिश्रा ने सफ़ाई देते हुए कहा कि उन्हें महंत जी के पुराने बयानों की जानकारी नहीं थी और वह सिर्फ़ आशीर्वाद लेने गई थीं। उन्होंने कहा कि पद पर न रहने के बावजूद वह पार्टी की एक कार्यकर्ता के रूप में काम करती रहेंगी।
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी बहस छिड़ गई है। जहाँ कुछ लोग इसे सपा की अनुशासनात्मक कार्रवाई बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे पार्टी की हिंदू विरोधी छवि से जोड़कर आलोचना कर रहे हैं। गौरतलब है कि मुस्कान के इंस्टाग्राम पर 6.68 लाख फॉलोअर्स थे और वह पार्टी की डिजिटल रणनीति की एक महत्वपूर्ण धुरी थीं।
Also Read: Sant Kabir Nagar: रेलवे ट्रैक पार करते समय बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत

