UP Nikay Chunav: पार्षद प्रत्याशियों को Congress नहीं देगी कोई आर्थिक मदद!

हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस को चुनाव के लिए नहीं दिया कोई बजट

राकेश यादव

संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में पहले ही घुटने टेक दिए है। कांग्रेस (Congress) आला कमान ने निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) के लिए प्रदेश कांग्रेस को बजट देने से इनकार कर दिया है। इससे इस बार के निकाय चुनाव में पार्टी के पार्षद प्रत्याशियों को कोई आर्थिक मदद नहीं मिल पाएगी।

इस बार पार्टी के प्रत्याशियों को स्वयं के खर्चे पर चुनाव लड़ना होगा। पार्टी प्रत्याशियों को सिर्फ प्रचार सामग्री ही उपलब्ध कराएगी। जबकि पूर्व के चुनाव में पार्टी की ओर से प्रत्याशियों को आर्थिक मदद दी जाती रही है। इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। चर्चा है कि पूर्व में चुनाव हारने के बाद भी प्रत्याशी मालामाल हो जाते रहे हैं इस बार इससे उन्हें वंचित रहना पड़ेगा।

प्रदेश में हाशिये पर चल रही प्रदेश कांग्रेस (Congress) के लिए नगर निकाय चुनाव (UP Nikay Chunav) में बेहतर प्रदर्शन करने की बात तो दूर की बात हो गई है पार्टी को प्रत्याशी ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। पिछले करीब तीन दशक से सत्ता के बाहर होने की वजह से कांग्रेस संगठन की आर्थिक स्थिति भी दयनीय हो गई है।

वर्षों से काम कर रहे कर्मचारियों की सेवा समाप्त

पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस पार्टी पदाधिकारियों ने आर्थिक स्थिति के बदतर हालात को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में वर्षों से कार्यरत कई कर्मचारियों की सेवाएं तक समाप्त कर दीं। बीस से पच्चीस साल से मुख्यालय में सेवा दे रहे इन कर्मचारियों को विरोध प्रदर्शन के बाद भी वापस नहीं बुलाया गया। इसको लेकर कर्मचारियों में खासी नाराजगी भी है।

पार्टी जानकारों का कहना है कि एक समय में देश की सबसे बड़ी माने जाने वाली पार्टी की हालत प्रदेश में बद से बदतर हो गई है। यही वजह है कि कांग्रेस हाई कमान ने निकाय चुनाव के लिए पार्टी को कोई अतिरिक्त बजट आवंटित नहीं किया है। जबकि पूर्व के लोकसभा, विधानसभा, नगर निकाय व पंचायत चुनाव में पार्टी के अधिकृत घोषित प्रत्याशियों को चुनाव लडऩे के लिए आर्थिक मदद के साथ प्रचार सामग्री तक उपलब्ध कराई जाती रही है।

इस बार के चुनाव (UP Nikay Chunav) में प्रत्याशियों को प्रचार सामग्री तो उपलब्ध कराई जाएगी किंतु आर्थिक मदद नहीं दिए जाने की चर्चा है। बताया गया है कि पूर्व में महापौर और पार्षद प्रत्याशी मिलजुल कर प्रचार करते थे। इसके लिए उन्हें अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाता रहा है। इस बार इस व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है।

पूंजीपतियों से चंदा लेकर कांग्रेस नहीं लड़ती चुनाव

नगर निकाय और पंचायत चुनाव में कांग्रेस (Congress) के अधिकृत प्रत्याशियों को आर्थिक मदद दिए जाने के सवाल पर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के मीडिया संयोजक एवं प्रवक्ता अशोक सिंह का कहना है कि प्रत्याशियों को किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं दी जाएगी। पार्टी ने फिजूलखर्ची पर रोक लगा दी है। कांग्रेस पार्टी शुरू से ही सिद्धांतों की पार्टी रही है। कांग्रेस पूंजीपतियों से चंदा लेकर चुनाव नहीं लड़ती है। यह काम भारतीय जनता पार्टी करती है। भाजपा पूंजीपतियों की पार्टी है कांग्रेस नीतियों से समझौता नहीं करती है।

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