यूपी पुलिस का ‘एक्शन मोड’: 8 साल में 15,726 मुठभेड़, 256 अपराधी ढेर – मेरठ बना एनकाउंटर जोन
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Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति एक बार फिर सुर्खियों में है। गृह विभाग से मिले आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साढ़े आठ वर्षों में प्रदेश में 15,726 पुलिस मुठभेड़ें हुईं, जिनमें 256 दुर्दांत अपराधी ढेर हुए, जबकि 31,960 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
इन कार्रवाइयों में 10,324 अपराधी घायल भी हुए। योगी सरकार के आने के बाद पुलिस ने अपराध जगत पर सीधा हमला बोला है और अपराधियों पर शिकंजा लगातार कसा जा रहा है।
मेरठ जोन बना अपराधियों का कब्रगाह
मुठभेड़ों के आंकड़ों में मेरठ जोन सबसे आगे रहा। यहां अब तक:
- 4,453 पुलिस मुठभेड़ें
- 85 कुख्यात अपराधी ढेर
- 8,312 अपराधी गिरफ्तार
- 3,131 अपराधी घायल
मेरठ जोन में अपराधियों से सीधी भिड़ंत में 461 पुलिसकर्मी घायल हुए और 2 जवान शहीद हो गए। आंकड़े बताते हैं कि पश्चिमी यूपी में अपराध पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने मोर्चा सबसे ज्यादा मजबूत किया है।
वाराणसी और आगरा जोन भी सक्रिय
मेरठ के बाद पूर्वी यूपी के वाराणसी जोन ने भी अपराध के खिलाफ दमदार कार्रवाई की:
| जोन | मुठभेड़ों की संख्या | ढेर अपराधी | गिरफ्तार अपराधी |
|---|---|---|---|
| मेरठ | 4,453 | 85 | 8,312 |
| वाराणसी | 1,108 | 27 | 2,128 |
| आगरा | 2,374 | 22 | 5,631 |
कमिश्नरेट सिस्टम में गाजियाबाद अव्वल
कमिश्नरी वाले जिलों के आंकड़ों में गाजियाबाद कमिश्नरी पहले स्थान पर रही। यहां पुलिस ने 13 मुठभेड़ में अपराधियों को ढेर किया। वहीं:
- लखनऊ जोन – 17 अपराधी ढेर
- बरेली जोन – 17 अपराधी मारे गए
- प्रयागराज जोन – 10 अपराधी ढेर
पुलिस ने भी दी शहादत
अपराधियों से मुकाबले में पुलिस को भी नुकसान उठाना पड़ा। पूरे प्रदेश में:
- 18 पुलिसकर्मी शहीद
- 1,754 घायल
सरकार का सख्त संदेश: अपराधी या तो सुधरें या प्रदेश छोड़ें
पुलिस का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ यह कार्रवाई आगे भी बिना रुके जारी रहेगी। सरकार का दावा है कि इन एक्शनों का सीधा असर अपराध पर पड़ा है। कई बड़े गैंग या तो खत्म कर दिए गए या जेल पहुंचाए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते 20 दिनों में ही 12 से अधिक मुठभेड़ें की गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई मौकों पर कहा है कि अपराधियों को या तो सुधारना होगा या यूपी छोड़ना होगा।

