UP Politics: प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार पर हमला बोला, ED की कार्रवाई को बताया फर्जी

Sandesh Wahak Digital Desk: राज्य सभा के उप नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने हाल ही में एक बयान में मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि “कलयुग” में आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों और “नेशनल हेराल्ड” अखबार के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को लेकर भाजपा की सरकार पर तीखा हमला बोला है। तिवारी ने कहा कि यह भाजपा, जो अपनी सरकार के दौरान “उल्टा चोर कोतवाल को डांटे” वाली स्थिति में आ चुकी है, स्वतंत्रता संग्राम के विरोधियों के पक्ष में खड़ी हो गई है और कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करवा रही है।

नेशनल हेराल्ड और AJL का इतिहास

प्रमोद तिवारी ने कहा कि Associated Journals Ltd (AJL) ने नेशनल हेराल्ड अखबार की स्थापना की थी, जिसे पंडित नेहरू, रवि अहमद किदवई और पुरुषोत्तम दास टंडन जैसे बड़े नेताओं ने स्थापित किया था। यह अखबार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ एक सशक्त आवाज था, और ब्रिटिश हुकूमत ने इसे बैन भी किया था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि AJL पर जब काफी कर्ज चढ़ गया, तब कांग्रेस पार्टी ने 2002 से 2011 तक इसे ₹90 करोड़ का लोन दिया था, जो VRS, ग्रेच्युटी, पीएफ, टैक्स और बिजली बिल जैसे खर्चों के लिए था।

Young Indian का गठन और कार्रवाई

तिवारी ने Young Indian कंपनी के गठन के कारणों पर भी प्रकाश डाला। उनका कहना था कि AJL पर भारी ऋण था, जिससे कंपनी का संचालन प्रभावित हो रहा था। ऐसे में AJL के ऋण को इक्विटी में बदलकर Young Indian में ट्रांसफर किया गया, जो कि एक सामान्य व्यावसायिक प्रक्रिया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Young Indian एक नॉट-फॉर-प्रोफिट कंपनी है, और इसके शेयरहोल्डर्स को कोई मुनाफा या डिविडेंड नहीं मिल सकता। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ऑस्कर फ़र्नांडिस और मोतीलाल वोरा इसके चार शेयरहोल्डर्स थे।

तिवारी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि Young Indian ने AJL का टेकेओवर नहीं किया। सभी संपत्तियां और आय AJL के पास ही हैं, न कि Young Indian के पास।

ED की कार्रवाई पर सवाल

प्रमोद तिवारी ने यह भी कहा कि 2013 में सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर किए गए मामले के बाद 2023 में ED ने प्रोविज़नल अटैचमेंट ऑर्डर जारी किया। तिवारी के अनुसार, मोदी सरकार पिछले 11 सालों से सत्ता में है, लेकिन उनके पास इस मामले में कोई ठोस प्रमाण नहीं हैं। अगर उनके पास कोई साक्ष्य होता, तो उन्हें 365 दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ता।

तिवारी ने कहा, “यह सरकार की बौखलाहट नहीं, बल्कि उनके मानसिक और नैतिक दिवालियापन को दर्शाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का खून इस देश की मिट्टी में शामिल है और सरकार की धमकियां उन्हें प्रभावित नहीं करेंगी।

भाजपा सरकार की नाकामयाबी

प्रमोद तिवारी ने भाजपा सरकार की नीतियों की भी आलोचना की और कहा कि मोदी सरकार ने इस देश को बेरोजगार और मजबूर बना दिया है। उन्होंने कहा, “हमारी आवाज़ हमेशा इस सरकार की विफलताओं, पूंजीपतियों से साठगांठ और नफरत की राजनीति के खिलाफ बुलंद रहेगी।”

Also Read: यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: आगरा और गाजियाबाद के बदले पुलिस कमिश्नर, 11 IPS अधिकारियों की तैनाती…

Get real time updates directly on you device, subscribe now.