Iran: फिर से हिजाब में महिलाएं, 10 महीने बाद सड़कों पर लौटी मॉरल पुलिस

Sandesh Wahak Digital Desk: ईरान (Iran) की महिलाओं को इस्लामी पोशाक (हिजाब) पहनने के लिए विवश करने वाले एक नए अभियान का ऐलान अधिकारियों ने कर दिया है। वहीं, 10 महीने बाद मॉरल पुलिस (Moral Police) फिर से सड़कों पर लौट आई है। सितंबर 2022 में महसा अमिनी (22) की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी, जिसके बाद अधिकारियों को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। वहीं, देश और दुनिया के कई हिस्सों में ईरानी शासन के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए थे। इसको लेकर मॉरल पुलिस को वापस बुला लिया गया था।

500 से अधिक प्रदर्शनकारी की मौत

साल 2023 की शुरुआत में पुलिस की कठोर कार्रवाई के बाद विरोध प्रदर्शन लगभग खत्म हो गया था। जिसमें 500 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गए और करीब 20 हजार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों ने प्रदर्शन के दौरान इस बात पर जोर दिया था कि पोशाक के नियम में बदलाव नहीं किया गया है। ईरान के शासक हिजाब को इस्लामी क्रांति के एक प्रमुख स्तंभ के रूप में देखते हैं, जिससे उन्हें सत्ता मिली।

गश्त लगा रही मॉरल पुलिस

पुलिस प्रवक्ता जनरल सईद मोंटाज़ेरोलमहदी ने कहा कि मॉरल पुलिस सार्वजनिक रूप से हिजाब नहीं पहनने वाली महिलाओं को अवगत कराएगी और फिर हिरासत में लेने की प्रक्रिया शुरू करेगी। तेहरान में लोकाचार पुलिस के सदस्यों को सड़कों पर गश्त करते हुए देखा जा सकता है। ईरान में पिछले साल हुए विरोध प्रदर्शनों का नेतृत्व महिलाओं के हाथ में था, जिन्होंने अपने बाल काटकर और हिजाब जलाकर विरोध दर्ज कराया।

प्रदर्शन में शामिल हुई थीं ईरानी हस्तियां

हिजाब के विरोध में शुरू हुआ प्रदर्शन देखते ही देखते ईरानी शासकों को उखाड़ फेंकने की मांग में बदल गया। ईरान की सरकार ने बिना किसी सबूत के विरोध प्रदर्शनों के लिए विदेशी साजिश को जिम्मेदार ठहराया था। कई ईरानी हस्तियां विरोध प्रदर्शन में शामिल हुई थीं। कई ईरानी अभिनेत्रियों को बिना हिजाब के सार्वजनिक रूप से सामने आने या विरोध प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए हिरासत में लिया गया था।

 

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