Ayodhya News: दीपावली पर यूपी के नाम दो नए वर्ल्ड रिकॉर्ड, 26 लाख दीपों से जगमगाई रामनगरी अयोध्या
Ayodhya News: धर्म नगरी कही जाने वाली उत्तर प्रदेश की अयोध्या (Ayodhya) ने दीपावली के दरमिया आस्था, भक्ति और गौरव का ऐसा संगम देखा, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। दीपोत्सव के नौवें संस्करण में भगवान श्रीराम की धरती 26 लाख 17 हजार 215 दीपों की रौशनी से जगमगा उठी। इस अलौकिक दृश्य ने न सिर्फ भक्तों के दिलों को छू लिया बल्कि दो ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ भी अयोध्या के नाम दर्ज हो गए।
दो विश्व रिकॉर्ड्स के साथ रचा इतिहास
उत्तर प्रदेश सरकार के बयान के अनुसार, दीपोत्सव 2025 के इस आयोजन में पहला रिकॉर्ड 26,17,215 दीपों को एक साथ प्रज्वलित कर बनाया गया। वहीं दूसरा रिकॉर्ड 2,128 वेदाचार्यों, पुजारियों और साधकों द्वारा एक साथ मां सरयू की आरती करने का रहा। यहां ड्रोन कैमरों से पूरी गणना की गई और ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ के प्रतिनिधियों ने इन उपलब्धियों को प्रमाणित किया।

सरयू तट पर उमड़ी श्रद्धा की भीड़
अयोध्या (Ayodhya) में सरयू नदी के तट पर लाखों श्रद्धालुओं ने एक साथ दीप जलाकर और पूजा-अर्चना कर माहौल को भक्ति से भर दिया। शहर का हर मंदिर, हर गली और हर घर दीपों की रोशनी में नहाया हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन न सिर्फ एक धार्मिक उत्सव बना, बल्कि एकता और सनातन संस्कृति की जीवंत मिसाल के रूप में भी सामने आया।
32 हजार वालंटियर्स ने संभाली कमान
जानकारी के मुताबिक इस दिव्य आयोजन को सफल बनाने में डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और स्थानीय संगठनों के 32 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री योगी के आह्वान पर पूरे अयोध्या (Ayodhya) में घरों, मंदिरों, मठों और सार्वजनिक स्थानों पर दीप जलाए गए। जिसके बाद शाम का समापन रामकथा पार्क में हुई भव्य आरती से हुआ, जहां मुख्यमंत्री योगी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य और संत-महात्माओं ने भगवान श्रीराम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान की आराधना की।
पुष्पवर्षा और ‘पुष्पक विमान’ से आगमन
यहां जैसे ही पृष्ठभूमि में ‘राम आए अवध की ओर सजनी’ की ध्वनि गूंजी, आसमान से हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्पवर्षा की गई। भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जब प्रतीकात्मक ‘पुष्पक विमान’ (हेलीकॉप्टर) से उतरे, तो पूरा वातावरण जयकारों से गूंज उठा। मुख्यमंत्री योगी ने स्वयं पवित्र रथ को खींचा। श्रद्धालुओं ने इस क्षण को “त्रेता युग की पुनः अनुभूति” बताया।
यहां इस समारोह में महंत नृत्य गोपाल दास, डॉ. रामविलास वेदांती, राघवाचार्य महाराज, कमल नयन दास महाराज, संतोषाचार्य महाराज (सतुआ बाबा), चंपत राय, महापौर गिरीशपति त्रिपाठी और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने भगवान श्रीराम के दरबार में अपनी श्रद्धा अर्पित की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी को आशीर्वाद दिया।
योगी बोले- दीपोत्सव आस्था और एकता का पर्व
यहां दीपोत्सव की शुरुआत 22 झांकियों से हुई, जिनमें रामायण के प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया। वहीं नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, इंडोनेशिया और रूस से आए कलाकारों ने भारतीय कलाकारों के साथ मंच साझा किया। जिस दौरान रात में आसमान 1,100 स्वदेशी ड्रोन से रौशन हुआ। इन ड्रोन ने भगवान श्रीराम के स्वरूप और रामायण के दृश्य आकाश में उकेरे, जिसने हर दर्शक को मंत्रमुग्ध कर दिया।
यहां इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा, अयोध्या का दीपोत्सव केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि सनातन धर्म की आस्था, एकता और गौरव का प्रतीक है। उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ और समापन भगवान श्रीराम, माता सीता, मां सरयू और हनुमानजी की स्तुति से किया। आखिर में उन्होंने राम मंदिर में दर्शन किए, गर्भगृह और राम की पैड़ी पर पूजा-अर्चना और आरती संपन्न की।
Also Read: दीपावली पर उठी हादसों की लपटें, नवी मुंबई और पिंपरी चिंचवड़ में आग की कई घटनाएं, 6 लोगों की मौत

