महाघोटाला पार्ट-8: सुशांत गोल्फ सिटी में लग्जरी आशियानों पर ईडी-आयकर की नजरें नहीं

अंसल की मायावी टाउनशिप में प्रभावशाली हस्तियों ने काली कमाई खपाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी

Sandesh Wahak Digital Desk/Manish Srivastava: सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप में लग्जरी आशियानों के नाम पर बड़े पैमाने पर अंसल एपीआई के मालिकों ने मनी लांड्रिंग की कलंक कथा लिखी है।

एक दिन पहले ही ईडी ने खुलासा किया है कि अंसल ग्रुप के मालिकों के परिजनों के पास 217 करोड़ की 62 सम्पत्तियां हैं। लेकिन आयकर और ईडी दोनों ही एजेंसियों के हाथ अभी तक उन अफसरों, नेताओं और प्रभावशाली शख्सियतों तक नहीं पहुंचे हैं। जिन्होंने अपनी आर्थिक हैसियत को पीछे छोड़ते हुए यहां करोड़ों की आवासीय और व्यावसायिक सम्पत्तियां खरीद रखी हैं। ऐसे बड़े लोगों को फिलहाल बख्शा जा रहा है। जांच के दौरान इस अहम बिंदु को छुआ नहीं गया है।

प्रभावशाली हस्तियों ने खपाई काली कमाई

अंसल की इस मायावी टाउनशिप के भीतर पाम-गोल्फ विला में बेहद मंहगे आशियाने बेचे गए हैं। यहां कई नौकरशाहों ने लग्जरी आशियाने बना रखे हैं। एक चर्चित पूर्व एडीजी का यहां करोड़ों का विला है। गैर यूपी से ताल्लुक रखने वाले उक्त आईपीएस अफसर एक प्रमुख जिले में पुलिस कमिश्नर भी रह चुके हैं।

पूर्व एडीजी के ठीक पड़ोस में एक वरिष्ठ आईपीएस अफसर भी अपना कई करोड़ का मंहगा आशियाना बनवा रहे हैं। इन्हे कभी भी तीन स्टार वाली यूपी 70 एजी लिखी सफेद इनोवा कार से उतरते देखा जा सकता है। डीजी साहब के नाम से बुलाने पर आसपास तैनात गार्ड सीधे इनके निर्माणाधीन बंगले की तरफ इशारा कर देते हैं। इनके आवास के करीब ही एक और लग्जरी आशियाना निर्माणाधीन है। जिसे आसपास के लोग किसी कद्दावर न्यायिक हस्ती का बताते हैं।

अंसल की हाईटेक टाउनशिप में स्थित हैं कई करोड़ के महंगे आशियाने

नजदीक ही एक और आलीशान विला का निर्माण हो रहा है। जिसके बाहर अक्सर सरकारी पास लगाए उत्तर प्रदेश शासन लिखी यूपी 32 वाई एन सीरीज की इनोवा कार खड़ी रहती है। इस गोल्फ विला में सचिवालय से रिटायर्ड एक और अफसर का आलीशान आवास है। जिसे देखते ही आंखें फटी की फटी रह जाती हैं। एक कद्दावर पूर्व मंत्री का भी ठीक बगल में करोड़ों का बेहद भव्य बंगला बना हुआ है।

अंसल के लिए दलाली करने वाले कई रसूखदारों ने भी ऐसे आशियाने बना रखे हैं कि आप दांतों तले उंगली दबा लेंगे। अंसल की हाईटेक टाउनशिप के सबसे पॉश पॉम और गोल्फ विला में स्थित कई करोड़ के इन मंहगे आशियानों में रहने वालों ने इन्हे गाढ़ी कमाई से खरीदा है या काली कमाई से। ये जांचने की फुर्सत आयकर से लेकर ईडी समेत किसी भी एजेंसी के पास नहीं है। ये सिर्फ बानगी है।

इस टाउनशिप में जाने कितने लग्जरी आशियाने हैं। जिनको खरीदने की तमन्ना में ईमानदार सरकारी कर्मी की पूरी उम्र भी गुजर जायेगी, तब भी इन्हे खरीदने की हैसियत नहीं जुटा पायेगा।

बुरे फंस रहे प्रणव अंसल, विदेशों में भी निवेशकों की गाढ़ी कमाई से सम्पत्तियां खरीदने के संकेत

ईडी ने एक दिन पहले अंसल ग्रुप के मुख्य प्रमोटर प्रणव अंसल और उनके परिजनों के पास 217 करोड़ से ज्यादा की 62 सम्पत्तियों का खुलासा किया था। ईडी से जुड़े सूत्रों की माने तो एजेंसी को विदेशों में भी कई सम्पत्तियां खरीदे जाने की जानकारी मिली है। निवेशकों की सैकड़ों करोड़ की गाढ़ी कमाई को सबसे ज्यादा यूके में खपाया गया है। जांच हो रही है कि 174 सहयोगी फर्मों की तर्ज पर विदेशों में कंपनियों के जरिये निवेशकों का पैसा तो नहीं डायवर्ट किया गया है। प्रणव अंसल ईडी की पूछताछ और मनी लांड्रिंग खुलने की दहशत में भूमिगत बताये जा रहे हैं।

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