यूपी में इंडिया गठबंधन में तकरार, इमरान मसूद ने सपा पर बोला तीखा हमला

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मच गई है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के हालिया बयान ने यह संकेत दे दिया है कि 2027 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की राह इतनी आसान नहीं होने वाली। इमरान मसूद ने साफ शब्दों में कहा है कि अब यूपी में 80-17 का फार्मूला नहीं चलेगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर कांग्रेस को राज्य में खड़ा करना है, तो उसे अपने बलबूते पर खड़ा होना होगा।
उन्होंने सपा से संभावित गठबंधन को लेकर कहा कि हम भिखारी नहीं हैं, जो हमें भीख में सीटें चाहिए। पार्टी नेतृत्व जो निर्णय लेगा, वही मान्य होगा, लेकिन कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर कोई राजनीति नहीं कर सकता।
#WATCH Lucknow, UP: Congress MP Imran Masood says, "We are busy with our party organisation events. We are strengthening our workers, right from the booth level… After the Vidhan Sabha elections, the entire country will see the strength of Congress… Congress does not need… pic.twitter.com/jiTysS3wEq
— ANI (@ANI) May 22, 2025
कांग्रेस को चाहिए संगठन की ताकत, बैसाखी नहीं
इमरान मसूद ने बताया कि कांग्रेस यूपी में जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत करने में जुटी है। हम बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं को तैयार कर रहे हैं। जो लोग कहते हैं कि कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं हैं, वे जिला पंचायत और आगामी विधानसभा चुनावों में देख लेंगे कि कांग्रेस कहां खड़ी है। उन्होंने दोहराया कि हम बैसाखी पर नहीं, अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि “मुझे वोट राहुल गांधी के नाम पर मिले हैं, किसी और के नाम पर नहीं।
पीडीए में मुसलमानों की अनदेखी
इमरान मसूद ने समाजवादी पार्टी के ‘पीडीए’ यानी पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक फॉर्मूले पर सवाल उठाते हुए पूछा, इस गठबंधन में मुसलमान कहां हैं? हमें मुसलमान की जगह अल्पसंख्यक क्यों कहा जा रहा है? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आपको मुसलमान शब्द लेने में शर्म आती है? मसूद ने यह भी कहा कि मुसलमान देश का सबसे बड़ा वोट बैंक हैं और उनकी उपेक्षा कर विपक्षी राजनीति सफल नहीं हो सकती। अंत में, इमरान मसूद ने कहा कि देश में अगर कोई बीजेपी को सही जवाब दे सकता है, तो वो राहुल गांधी हैं। उनकी कही एक भी बात आज तक गलत साबित नहीं हुई। यही कारण है कि हम उनके साथ खड़े हैं और पूरी ताकत के साथ अगला चुनाव लड़ने जा रहे हैं।