संभल में 100 करोड़ से ज्यादा का बीमा घोटाले में ईडी की एंट्री, अहम दस्तावेज तलब

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का बीमा घोटाला पकड़ा गया है। हैरानी की बात यह है कि इस रैकेट के सदस्य बीमा राशि हड़पने के लिए लोगों की हत्या तक करवा रहे थे। अब इस मामले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी शामिल हो गई है।

बीमा क्लेम के लिए हत्या की साजिश

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस घोटाले में शामिल गिरोह ने बीमा दावे के लिए कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित, या मृत व्यक्तियों के नाम पर फर्जी बीमा पॉलिसियां खरीदीं। बाद में इन पॉलिसियों के आधार पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बीमा कंपनियों से मोटी रकम वसूली गई। कुछ मामलों में तो गिरोह ने बीमित लोगों की हत्या कर दी, और फिर उन्हें सड़क हादसे का रूप देकर बीमा का दावा किया गया।

अब तक 52 गिरफ्तार, कई फरार

अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी क्षेत्र) अनुकृति शर्मा ने बताया कि जनवरी से इस गिरोह पर नजर रखी जा रही थी। अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 50 से ज्यादा आरोपी अभी भी फरार हैं। तीन आरोपी अदालत में आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

ईडी की एंट्री और दस्तावेज तलब

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी जांच में दिलचस्पी दिखाई है। ईडी ने पुलिस से इस घोटाले से जुड़े दस्तावेज, मुकदमों की प्रतियां और जरूरी जानकारियां मांगी हैं, जो उन्हें सौंप दी गई हैं।

12 राज्यों से जुड़े तार, 17 केस दर्ज

पुलिस का कहना है कि इस घोटाले के तार सिर्फ संभल तक सीमित नहीं हैं। अमरोहा, बदायूं, मुरादाबाद और अन्य 12 राज्यों में भी इस रैकेट की पकड़ बताई जा रही है। अब तक इस मामले में कुल 17 मुकदमे दर्ज हुए हैं, जिनमें 4 हत्या के मामले शामिल हैं।

फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और डेटा में हेरफेर

जांच में सामने आया कि गिरोह ने 29 फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया। कई प्रमाण पत्र असली थे, लेकिन उनमें तारीखों की हेराफेरी कर बीमा क्लेम को सही साबित किया गया। शुरुआती जांच में आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कुछ कर्मियों और बीमा कंपनियों के कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। पुलिस इन पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।

Also Read: प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचे ब्रजेश पाठक, भक्ति का जाना रहस्य

Get real time updates directly on you device, subscribe now.