फर्जी मुकदमे, नकली नंबर प्लेट और…, बरेली में हाई-प्रोफाइल ट्रक गैंग का पर्दाफाश

Sandesh Wahak Digital Desk: बरेली की थाना कैंट पुलिस और एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए ट्रक चोरी और फर्जी दस्तावेज़ तैयार कर फाइनेंस कंपनियों को करोड़ों रुपये का चूना लगाने वाले गिरोह के पांच शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो चोरी के ट्रक, कई फर्जी नंबर प्लेट और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तारी का विवरण
थाना कैंट पुलिस ने शाकिर उर्फ भूरा मास्टर व आरिफ को थाना आंवला क्षेत्र से चोरी किए गए ट्रक (UP38T4093) के साथ गिरफ्तार किया, जिसके पास से दो फर्जी नंबर प्लेट (UP25ET5567 व UP63AT4179) बरामद हुईं। पूछताछ में शाकिर की निशानदेही पर पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित सोहेल की दुकान से ट्रक (UP81CT1960) बरामद किया, जिसमें इंजन व चेसिस नंबर को गिलाइंडर से घिसकर नष्ट किया जा रहा था।
मौके से तीन अन्य अभियुक्त- सोहेल, सैफउद्दीन और ईशाक अली को गिरफ्तार किया गया। ईशाक अली की तलाशी के दौरान उसके पास से एक ट्रक चोरी की एफआईआर की छाया प्रति और मोबाइल से कई अन्य ट्रक चोरी के मुकदमों के सबूत बरामद हुए।
गिरोह का आपराधिक तरीका
पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि वे वर्षों से ट्रकों की चोरी कर रहे थे, साथ ही फाइनेंस किए गए ट्रकों के झूठे चोरी के मुकदमे कोर्ट से 156(3)/173(4) सीआरपीसी के तहत लिखवाते थे। इसके बाद वे फाइनेंस कंपनियों से क्लेम प्राप्त कर लेते थे और ट्रकों के इंजन-चेसिस नंबर बदलकर फर्जी रजिस्ट्रेशन बनवाकर उन्हें बेच देते थे।
गिरोह के प्रत्येक सदस्य की भूमिका तय थी—कोई ट्रक चोरी करता, कोई इंजन-चेसिस नंबर बदलता, कोई फर्जी रजिस्ट्रेशन बनवाता और कोई कोर्ट में सेटिंग करता।
फाइनेंस कंपनियों को हुआ करोड़ों का नुकसान
पुलिस के अनुसार, गिरोह अब तक लगभग 50-55 झूठे ट्रक चोरी के मुकदमे कोर्ट से लिखवा चुका है, जिससे फाइनेंस कंपनियों को लगभग 6 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। औसतन एक ट्रक पर 15 लाख रुपये का क्लेम लिया जाता था।
पकड़े गए शातिर बदमाश
- शाकिर उर्फ भूरा मास्टर – निवासी मोहल्ला मोहनपुर, थाना कैंट, बरेली
- आरिफ – निवासी ग्राम मजरिया, थाना बहेड़ी, बरेली
- सोहेल – निवासी पदारथपुर, थाना बिथरी चैनपुर, बरेली
- सैफउद्दीन – निवासी रोहिली टोला, थाना बारादरी, बरेली
- ईशाक अली – निवासी पचदोरा दोरिया, थाना भोजीपुरा, बरेली
इनके खिलाफ बीएनएस की धारा 317(2)/317(4)/318(4)/338/336(3)/340(2) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की विधिक कार्यवाही जारी है।
बरामद सामान
- दो चोरी किए गए ट्रक
- 6 फर्जी नंबर प्लेट
- ट्रक चोरी की एफआईआर की छायाप्रति
- फर्जी आरसी, इंजन-चेसिस नष्ट करने के उपकरण
- मोबाइल से व्हाट्सएप चैट में ट्रक चोरी से जुड़ी जानकारी
पुलिस अधीक्षक (नगर) के अनुसार, यह एक संगठित गिरोह था जो कोर्ट, आरटीओ और ट्रक मालिकों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा कर रहा था। इस कार्रवाई से गिरोह के कई परतें उजागर हुई हैं और आने वाले समय में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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