Varanasi News: अब बनारस की गलियों में नहीं होगा ट्रैफिक जाम, जानिए पुलिस का नया एक्शन प्लान
Varanasi News: त्योहारों का सीजन नजदीक है और बनारस की गलियों में रौनक के साथ भीड़ भी बढ़ने लगी है। लेकिन इस बार वाराणसी पुलिस ने पहले से मोर्चा संभाल लिया है। दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैयादूज और छठ जैसे बड़े पर्वों के दौरान जाम से निजात दिलाने और सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए “नो अतिक्रमण – नो जाम” की थीम पर काम शुरू कर दिया गया है।
मैदागिन से नमो घाट तक — हर इलाके का लिया जायजा
सोमवार को अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) शिवहरी मीणा ने खुद सड़कों पर उतरकर हालात का जायजा लिया। उन्होंने कज्जाकपुरा, राजघाट, वसंता कॉलेज मोड़, नमो घाट से लेकर सुजाबाद तक कई इलाकों का निरीक्षण किया और सड़क किनारे पसरे अतिक्रमण, ठेले-खोमचे और अव्यवस्थित पार्किंग को लेकर कड़ी नाराजगी जताई।
संयुक्त कार्रवाई के निर्देश — तीन विभाग मिलकर हटाएंगे अतिक्रमण
निरीक्षण के बाद उन्होंने थाना प्रभारी, एसीपी, ट्रैफिक इंस्पेक्टर और नगर निगम अधिकारियों को मिलकर काम करने का निर्देश दिया। आदेश है कि शहर की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त किया जाए और इसके लिए संयुक्त टीम बनाकर नियमित अभियान चलाया जाए।
“हमें शहरवासियों को स्वच्छ, सुरक्षित और सुगम यातायात का अनुभव देना है। त्योहारों में ट्रैफिक जाम अब नहीं सहा जाएगा,” – शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त

त्योहारी ट्रैफिक प्लान: नो-एंट्री, वन-वे और वैकल्पिक पार्किंग
त्योहारों के दौरान भीड़भाड़ वाले बाजारों और पूजा स्थलों के आसपास नो-एंट्री जोन, वन-वे सिस्टम और वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। आम जनता को ट्रैफिक प्लान की जानकारी सोशल मीडिया, पब्लिक एड्रेस सिस्टम और पोस्टरों के जरिए दी जाएगी।
घने इलाकों में ड्रोन सर्वे और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी। जो वाहन प्रतिबंधित क्षेत्रों, फुटपाथों या पुलों पर पार्क किए जाएंगे, उन्हें तुरंत टो किया जाएगा और ई-चालान भी कटेगा। सार्वजनिक पार्किंग स्थलों पर पुलिस बल तैनात रहेगा।
शाम 4 से 10 बजे तक सड़क पर होगी सख्ती
मैदागिन, बुलानाला, दालमंडी, चौक, लोहटिया जैसे भीड़ वाले क्षेत्रों में शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाएगा। वहीं बाजारों और घाटों पर महिला पुलिस कर्मी भी तैनात रहेंगी ताकि महिलाओं को भी सुरक्षा का भरोसा मिले।
अपर पुलिस आयुक्त ने कहा कि ये व्यवस्था प्रशासन अकेले नहीं चला सकता। इसके लिए स्थानीय व्यापारी, ठेला संचालक और धार्मिक आयोजक प्रशासन का साथ दें। सिग्नल, संकेतक बोर्ड और डिवाइडर की मरम्मत तुरंत कराने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि रात में भी यातायात सुगम बना रहे।
एक कदम जिम्मेदारी की ओर…
वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक शहर में त्योहारों के मौसम में हर साल जाम बड़ी समस्या बन जाती है। लेकिन अगर प्रशासन और आम जनता साथ मिलकर चलें, तो भीड़ भी पर्व का हिस्सा लगे, सिरदर्द नहीं।
Also Read: एनडीए में सीट बंटवारे से नाखुश उपेंद्र कुशवाहा, सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी

