एनडीए में सीट बंटवारे से नाखुश उपेंद्र कुशवाहा, सोशल मीडिया पर जताई नाराजगी
Sandesh Wahak Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए एनडीए में सीटों का बंटवारा तय हो गया है, लेकिन इस फैसले के बाद गठबंधन के अंदर असंतोष के स्वर उठने लगे हैं। इस बार के चुनाव में बीजेपी और जेडीयू (RJD) को 101-101 सीटें दी गई हैं, जबकि चिराग पासवान को 29, जीतनराम मांझी (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) को सिर्फ 6-6 सीटें मिली हैं। खास बात यह है कि कुशवाहा की पार्टी ने पहले 22 सीटों की मांग की थी, लेकिन उन्हें मात्र 6 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा।
सोशल मीडिया पर छलकी नाराजगी
यहां सीट बंटवारे के ऐलान के बाद से उपेंद्र कुशवाहा लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और उनके पोस्ट नाराजगी के संकेत दे रहे हैं। रविवार शाम बंटवारे के बाद उन्होंने दो पोस्ट किए। जिनमे से पहले पोस्ट में उन्होंने लिखा, प्रिय मित्रों/साथियों, आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे।
इसके बाद कुशवाहा ने एक शायरी पोस्ट करते हुए कहा, आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की। अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की। जिसके बाद उनका यह पोस्ट राजनीतिक हलकों में उनकी नाराजगी के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।

मांझी भी असंतुष्ट
वहीं उपेंद्र कुशवाहा के साथ-साथ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतनराम मांझी ने भी सीट बंटवारे पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ 6 सीटें देकर हमारे महत्व को कम करके आंका गया है, जिसका असर एनडीए को भुगतना पड़ सकता है।
जिसके बाद दोनों छोटे सहयोगी दलों- RLM और HAM की नाराजगी ने एनडीए की चुनावी रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर ये असंतोष दूर नहीं हुआ तो बीजेपी के लिए आने वाले दिनों में यह अंदरूनी कलह बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
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