IPL Spot Fixing 2013: प्रतिबंध झेल चुके इस क्रिकेटर को मिली कोचिंग की जिम्मेदारी

Sandesh Wahak Digital Desk: आईपीएल 2013 के बहुचर्चित स्पॉट फिक्सिंग मामले में दोषी पाए गए और क्रिकेट से लंबे समय तक दूर रहे पूर्व स्पिनर अंकित चव्हाण को एक नई जिम्मेदारी मिली है।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने उन्हें मुंबई की अंडर-14 टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया है। यह उनके करियर की एक नई पारी की शुरुआत मानी जा रही है।
अंकित चव्हाण ने कहा, “यह मेरे जीवन की दूसरी पारी है और मैं इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। MCA का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझ पर दोबारा विश्वास जताया। कोचिंग मेरे दिल के बेहद करीब है और अंडर-14 क्रिकेट में खिलाड़ियों की नींव मजबूत करना मेरा मकसद रहेगा।”
विवादित अतीत से कोचिंग तक का सफर
आईपीएल 2013 में अंकित चव्हाण के साथ एस. श्रीसंत और अजीत चंडिला पर भी स्पॉट फिक्सिंग के गंभीर आरोप लगे थे। बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने तीनों पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था।
हालांकि, 2015 में दिल्ली की ट्रायल कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सभी को बरी कर दिया, लेकिन बीसीसीआई ने प्रतिबंध बनाए रखा।
जून 2021 में, बीसीसीआई ने चव्हाण का प्रतिबंध घटाकर सात साल कर दिया था, जिससे उन्हें 2023 में प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में लौटने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने कोचिंग की ओर रुख किया और लेवल-1 कोचिंग परीक्षा पास कर MCA का विश्वास अर्जित किया।
पेशेवर रिकॉर्ड
अपने क्रिकेट करियर में चव्हाण ने 18 फर्स्ट क्लास, 20 लिस्ट ए, और 13 आईपीएल मैच खेले हैं। वह बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में जाने जाते रहे हैं और अब एक कोच के रूप में युवा प्रतिभाओं को तराशने का कार्य करेंगे।
MCA में अन्य अहम नियुक्तियाँ
मुंबई क्रिकेट संघ ने घरेलू सीजन के लिए अन्य कोच और चयनकर्ताओं की भी घोषणा की है। ओंकार साल्वी को रणजी ट्रॉफी टीम के मुख्य कोच के पद पर बरकरार रखा गया है।
उनकी कोचिंग में बेहतरीन प्रदर्शन के कारण उन्हें IPL फ्रेंचाइज़ी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का गेंदबाजी कोच भी नियुक्त किया गया था।
वहीं, पूर्व भारतीय क्रिकेटर संदीप पाटिल को MCA की चयन समिति के अध्यक्ष पद पर फिर से नियुक्त किया गया है।