प्लॉट खरीदने वालों सावधान! LDA के नाम पर हो रही थी जालसाजी, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के प्लाटों के कूटरचित दस्तावेज बनाकर उन्हें फर्जी तरीके से बेचने वाले एक गिरोह के वांछित सदस्य को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। यह गिरफ्तारी 2 मई, 2025 को दयाल चौराहे के पास, गोमतीनगर, लखनऊ से हुई।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुशील मिश्रा, पुत्र सुरेन्द्र कुमार, निवासी 2/153 विनम्रखण्ड, गोमतीनगर, जनपद लखनऊ के रूप में हुई है। उसके पास से 1320/- रुपये और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
आपको बता दें कि एसटीएफ इस मामले की जांच सर्वेश कुमार गौतम, पुत्र सिधारी राम, निवासी भोपाल, मध्य प्रदेश द्वारा 21 जनवरी, 2025 को दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर कर रही थी। जांच के दौरान एसटीएफ को सूचना मिली कि लखनऊ में एक गिरोह सक्रिय है, जो एलडीए के कई वर्षों से खाली पड़े प्लाटों की जानकारी निकालकर उनके नकली कागजात तैयार कर लोगों को धोखे से बेच रहा है।
27 मार्च को गिरोह के 6 सदस्य किए गए थे गिरफ्तार
पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ, दीपक कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। इस टीम ने सूचना संकलन के दौरान 27 मार्च, 2025 को इस गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एलडीए के प्लाटों की रजिस्ट्री करा रहे थे। सुशील मिश्रा इसी मामले में वांछित था।
गिरफ्तार अभियुक्त सुशील मिश्रा ने पूछताछ में बताया कि वह अचलेश्वर गुप्ता के गिरोह का सदस्य है। यह गिरोह एलडीए के खाली पड़े प्लाटों की जानकारी एलडीए के कुछ बाबुओं से मिलकर जुटाता था। इसके बाद असली मालिकों के नाम से फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज तैयार कर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर प्लाट की रजिस्ट्री करवा देते थे। मिश्रा ने बताया कि वे अब तक लगभग 70-80 प्लाटों को इसी तरह बेच चुके हैं।
फर्जी रजिस्ट्री के जरिए हो रही थी धोखाधड़ी
इस काम में राम बहादुर सिंह (फर्जी कागज तैयार करने वाला), सचिन सिंह (खरीददार लाने वाला), मुकेश मौर्या (फर्जी आधार कार्ड बनाने वाला) और राहुल सिंह (फर्जी गवाह तैयार करने वाला) उसका साथ देते थे। इसके अतिरिक्त, यह गिरोह लखनऊ के अन्य भूमाफियाओं को भी फर्जी रजिस्ट्री के कागजात बनाकर देता था, जिसके संबंध में एसटीएफ जानकारी जुटा रही है।
पूछताछ में अभियुक्तों ने एलडीए के उन प्लाटों की सूची भी दी है, जिनकी रजिस्ट्री के लिए फर्जी कागजात तैयार किए गए थे। इन प्लाटों में गोमतीनगर, कानपुर रोड योजना, जानकीपुरम योजना और सीतापुर रोड स्थित विभिन्न खंडों के प्लाट शामिल हैं। गिरफ्तार अभियुक्त सुशील मिश्रा को थाना गोमतीनगर में दाखिल किया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी।
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