Ahmedabad Plane Crash: 28 घंटे में मिला ब्लैक बॉक्स, डीएनए सैंपलिंग पूरी, जांच में जुटी कई एजेंसियां

Sandesh Wahak Digital Desk: बीते गुरुवार को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। यह हादसा इतना भयावह था कि कई शवों की पहचान करना तक नामुमकिन हो गया। अब सभी की नजरें इस सवाल पर टिकी हैं—जिस विमान को दुनिया के सबसे सुरक्षित विमानों में गिना जाता है, वह उड़ान भरते ही चंद सेकंडों में कैसे हादसे का शिकार हो गया?
एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने तेज़ी दिखाते हुए महज 28 घंटे के भीतर प्लेन का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया है। यह फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर बीजे मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंशियल एरिया की एक इमारत की छत से मिला। ब्लैक बॉक्स वह उपकरण होता है जो विमान की तकनीकी जानकारी और पायलटों की बातचीत को रिकॉर्ड करता है। यह किसी भी विमान दुर्घटना की जांच में अहम भूमिका निभाता है।
असली-नकली ब्लैक बॉक्स पर भ्रम
ब्लैक बॉक्स को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि वायरल हो रहे वीडियो में दिखाया गया बॉक्स असली ब्लैक बॉक्स नहीं है। इस दुर्घटना की गंभीरता को देखते हुए, अमेरिका का नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और ब्रिटेन की एयर एक्सिडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB UK) भी भारत की जांच में सहयोग कर रहे हैं।
डीएनए सैंपलिंग का कार्य पूरा, शवों की पहचान जल्द
हादसे में मृतकों के शव बुरी तरह जल गए, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया। डीएनए सैंपलिंग का कार्य पूरा हो चुका है और अगले 72 घंटों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है। शवों को फिलहाल कोल्ड स्टोरेज में सुरक्षित रखा गया है ताकि रिपोर्ट आने के बाद मृतकों की पहचान उनके परिजनों से मिलान कर की जा सके।
इस हादसे के बाद नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की सेफ्टी जांच के आदेश दिए हैं। टेकऑफ से पहले फ्यूल सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल, ऑयल और हाइड्रोलिक सिस्टम जैसी तमाम तकनीकी पहलुओं की जांच अब अनिवार्य कर दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लिया घटनास्थल का जायजा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने करीब 20 मिनट तक दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और राहत कार्यों में जुटी एनडीआरएफ और प्रशासनिक अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद पीएम मोदी सिविल अस्पताल गए, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। प्रधानमंत्री ने हादसे में जीवित बचे एकमात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश से भी बात की।
टाटा समूह के अध्यक्ष ने दी संवेदना
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने हादसे पर गहरा शोक जताया। उन्होंने कहा, “यह हमारे समूह के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। हम इस मुश्किल समय में जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे और हर जरूरी कदम उठाएंगे।” उन्होंने पारदर्शिता का भरोसा दिलाते हुए कहा कि समूह किसी भी जानकारी को छिपाएगा नहीं।
इस हादसे ने सिर्फ देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोगों को झकझोर दिया है। पीएम मोदी के अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और राज्य के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने भी घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
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