योग और परहेज से होगा लिवर मजबूत, फैटी लिवर का काल बनेगा आयुर्वेद – जानिए बचाव और इलाज के आसान उपाय

Sandesh Wahak Digital Desk: देश में तेजी से बढ़ रही फैटी लिवर की समस्या अब एक साइलेंट किलर बन चुकी है। डॉक्टरों के साथ-साथ अब योग और आयुर्वेद विशेषज्ञ भी इसे लेकर चेतावनी दे रहे हैं। ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में करीब 50 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में लिवर की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिनमें से 85 फीसदी मामलों में शराब नहीं बल्कि खराब जीवनशैली मुख्य कारण है।
योग और आयुर्वेद की मदद से लिवर होगा मजबूत
स्वामी रामदेव के अनुसार योग और आयुर्वेद की मदद से लिवर की बीमारियों को न सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है, बल्कि सही समय पर इलाज शुरू करने पर लिवर को पूरी तरह से स्वस्थ भी किया जा सकता है। नियमित योगासन जैसे कपालभाति, अनुलोम-विलोम और मण्डूकासन लिवर को डिटॉक्स करने में बेहद प्रभावी माने गए हैं।
फैटी लिवर के ये हैं मुख्य कारण
फैटी लिवर के मुख्य कारणों में प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, तला-भुना खाना, अधिक मिठास, नींद की कमी, तनाव और एक्सरसाइज की कमी शामिल हैं। यही वजह है कि अब यह बीमारी पतले लोगों में भी देखी जा रही है। लक्षणों की बात करें तो पेट दर्द, थकान, आंखों और स्किन का पीला पड़ना, भूख न लगना और पेट में सूजन प्रमुख संकेत हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि लिवर में खुद को ठीक करने की अद्भुत क्षमता होती है, लेकिन यदि समय रहते इलाज न हो तो यही फैटी लिवर आगे चलकर फाइब्रोसिस, सिरोसिस और कैंसर का रूप ले सकता है।
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए ये हैं आसान उपाय
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि हम अपने खानपान पर ध्यान दें। मौसमी फल, साबुत अनाज, लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट, हरी सब्जियां और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। साथ ही सैचुरेटेड फैट, अधिक नमक, मीठा, प्रोसेस्ड फूड और कार्बोनेटेड ड्रिंक से दूरी बनाना भी बेहद जरूरी है। अब समय आ गया है कि लिवर की सेहत को हल्के में न लिया जाए और योग-आयुर्वेद की शक्ति से इस साइलेंट किलर का अंत किया जाए।