सेहत का राज छुपा है दूर्वा घास में! हाई बीपी, माइग्रेन और दिल की बीमारियों में मिल सकता है जबरदस्त आराम!

Sandesh Wahak Digital Desk: आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर कोई किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या से परेशान है। लेकिन क्या आपको पता है कि आयुर्वेद में एक ऐसी साधारण सी दिखने वाली घास को सेहत का खजाना माना गया है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दूर्वा घास की, जिसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है।
दूर्वा घास पर नंगे पैर चलना फायदेमंद
सुबह या शाम के समय नंगे पैर दूर्वा घास पर चलने से सेहत पर चमत्कारी असर देखने को मिलता है। खासकर हाई ब्लड प्रेशर से परेशान लोगों के लिए यह एक प्राकृतिक इलाज की तरह काम करता है। रिसर्च और प्राचीन चिकित्सा पद्धति के अनुसार, दूर्वा घास की ठंडक नसों को शांत करती है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
माइग्रेन और तनाव से राहत
आजकल माइग्रेन और मानसिक तनाव आम समस्या बन चुके हैं। ऐसे में दूर्वा घास पर कुछ मिनट नंगे पैर चलने से दिमाग को सुकून मिलता है और सिरदर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा यह घास मानसिक संतुलन बनाए रखने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करती है।
दिल की बीमारियों और आंखों की रोशनी के लिए भी कारगर
हर रोज दूर्वा घास पर टहलने से हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है। साथ ही, यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी सहायक मानी जाती है। दूर्वा घास का रस पीने से खून की कमी यानी एनीमिया जैसी समस्या में भी लाभ मिल सकता है।
अगर आप प्राकृतिक तरीके से अपनी सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो दूर्वा घास से बेहतर कोई उपाय नहीं हो सकता। इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप कई गंभीर बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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