RBI इस साल 1.25-1.5% तक ब्याज दरें काट सकता है: एसबीआई रिसर्च

Sandesh Wahak Digital Desk : मंगलवार को जारी एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई दर में गिरावट को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इस वित्तीय वर्ष (2025-26) में रेपो रेट में कुल 1.25% से 1.5% तक की कटौती कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी कटौती (50 बेसिस पॉइंट) ज्यादा प्रभावी होगी।
महंगाई में भारी गिरावट
मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर (CPI) 3.34% पर आ गई, जो पिछले 67 महीने में सबसे कम है। खासकर खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट की वजह से यह सुधार हुआ है। एसबीआई का अनुमान है कि इस साल महंगाई दर का औसत 4% से नीचे रह सकता है, जबकि जून-सितंबर तिमाही में यह 3% से भी कम हो सकती है।
ब्याज दरों में गोल्डीलॉक्स अवसर
रिपोर्ट के मुताबिक, नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ इस साल 9-9.5% के बीच रहने का अनुमान है (बजट में 10% का लक्ष्य रखा गया था)। कम महंगाई और मध्यम विकास दर को देखते हुए यह ब्याज दरें घटाने का सही समय है।
कब और कितनी कटौती?
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जून और अगस्त 2025 में 0.75% (75 बेसिस पॉइंट) की कटौती हो सकती है।
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इसके बाद साल के दूसरे हिस्से (H2) में 0.50% (50 बेसिस पॉइंट) और कटौती संभव है।
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फरवरी 2025 में 0.25% की पहली कटौती हो चुकी है।
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इस तरह, मार्च 2026 तक रेपो रेट 5.0%-5.25% पर पहुंच सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छोटी-छोटी (25 बेसिस पॉइंट) कटौती की बजाय एक बार में 50 बेसिस पॉइंट की बड़ी कटौती ज्यादा फायदेमंद होगी। फरवरी 2025 से अब तक बैंकों ने भी रेपो-लिंक्ड लोन दरों (EBLR) में 0.50% की कमी की है। हालांकि, MCLR (जो फंडिंग कॉस्ट से जुड़ा है) में कटौती में थोड़ा समय लग सकता है। अगले कुछ महीनों में जमा दरों (FD रेट्स) में भी कमी आने की उम्मीद है।