लखनऊ: घनी आबादी में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़, 1392 KG विस्फोटक जब्त; 4 गिरफ्तार
Sandesh Wahak Digital Desk: लखनऊ पुलिस ने नगराम इलाके में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध पटाखा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। दक्षिणी जोन पुलिस की इस कामयाबी से उस खतरनाक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जो घनी आबादी के बीच भारी मात्रा में मौत का सामान तैयार कर रहा था।
नगराम पुलिस टीम ने छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से करीब 1392 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री (जिसमें निर्मित और अर्द्धनिर्मित पटाखे, बारूद और रसायन शामिल हैं) जब्त की है। पुलिस ने मौके से मुख्य आरोपी मो. रफीक उर्फ मुन्ना समेत चार शातिर अभियुक्तों मो. रिजवान, मो. सलीम और रमजान अली को गिरफ्तार किया है।
कानपुर और रायबरेली से होती थी बारूद की सप्लाई
पुलिस की जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। आरोपियों का नेटवर्क केवल नगराम तक ही सीमित नहीं था, बल्कि रायबरेली और कानपुर से बारूद और अन्य विस्फोटक सामग्री मंगाई जाती थी। यह सामग्री डीसीएम ट्रकों में आने वाले वैध सामानों के बीच छिपाकर लाई जाती थी, ताकि किसी को शक न हो।
पकड़ा गया मुख्य आरोपी मो. रफीक उर्फ मुन्ना, जो बाहर कपड़ों की फेरी लगाकर अपनी आमदनी दिखाता था, वास्तव में बारूद के अवैध धंधे का मास्टरमाइंड था। उसके घर पर बनी अवैध फैक्ट्री में दर्जनों बोरों में सोडियम, गंधक, कोयला, एल्यूमीनियम की छीलन और अन्य रासायनिक पदार्थ मिले हैं। पुलिस ने मौके से अवैध पटाखे और कच्चा माल भरे एक ऑटो (UP33AT9418) को भी जब्त किया है।
पुलिस के मुताबिक, ये सभी आरोपी लंबे समय से घनी आबादी वाले क्षेत्रों में अवैध पटाखे बना रहे थे। पुलिस ने दावा किया कि अगर समय रहते छापा न मारा जाता, तो बरामद विस्फोटक की मात्रा इतनी थी कि पूरे इलाके में भारी जान-माल की क्षति हो सकती थी।
गिरफ्तार अभियुक्तों पर विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 4/5 के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस अब इस अवैध नेटवर्क के बाकी सदस्यों और पूरी सप्लाई चेन की कड़ियों को खंगाल रही है।
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