Money Laundering: जांच में ईडी की ढिलाई, सिर्फ पांच करोड़ की संपत्तियां जब्त

तुलसियानी ग्रुप पर पूरी तरह नहीं कस रहा शिकंजा, 2016 में ही बेनकाब हो गई थी 50 करोड़ की टैक्स चोरी

Sandesh Wahak Digital Desk: निवेशकों और पीएनबी बैंक के साथ ठगी के आरोपी तुलसियानी कन्स्ट्रक्शन के कर्ताधर्ता अनिल तुलसियानी पर ईडी ने अभी तक पूरी तरह शिकंजा नहीं कसा है।

तुलसियानी के खिलाफ मनीलांड्रिंग को लेकर एक दशक पहले ही सीबीआई से लेकर ईडी और कालेधन पर बनी एसआईटी तक के पास शिकायत की गयी थी। इसके बावजूद तुलसियानी ग्रुप के बेहिसाब संदिग्ध निवेश की जांच रफ़्तार नहीं पकड़ पा रही है। अभी तक करीब पांच करोड़ की ही बेनामी सम्पत्तियों को जब्त किया जा सका है। जबकि पूर्व में आयकर छापों से ही खुलासा हो गया था कि तुलसियानी ग्रुप ने करीब दो सौ करोड़ के आशियाने रसूखदारों को बेचकर 50 करोड़ से ज्यादा की टैक्स चोरी की है। सूत्रों की माने तो ईडी ने इस तथ्य को भी जांच का हिस्सा अभी तक नहीं बनाया है।

अनिल तुलसियानी के प्रोजेक्टों में रसूखदारों ने खूब निवेश किया

आरोपों के मुताबिक तुलसियानी कन्स्ट्रक्शन के मालिक प्रयागराज के अनिल तुलसियानी के प्रोजेक्टों में रसूखदारों ने खूब निवेश किया है। इनमें पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी हैं। राजा भैया के पूर्व सहयोगी मनोज तिवारी ने एसआईटी और सीबीआई को एक दशक पहले पत्र भेजकर तुलसियानी का कच्चा चिटठा खोला था।

जिसके मुताबिक अनाज घोटाले से हासिल दो अरब की काली कमाई पूर्व मंत्री राजा भैया ने प्रयागराज के अनिल तुलसियानी, यूफ्लेक्स ग्रुप, नोएडा के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह और एमएम बिल्डर के जरिये खपाई है। राजा भैया के पूर्व पीआरओ राजीव यादव की डायरी में कई खुलासे थे। इसके बाद तुलसियानी की किस्मत में मानो चार चांद लग गए, इसके बावजूद ईडी ने तुलसियानी ग्रुप की पूरी सम्पत्तियों पर अभी तक हाथ ही नहीं डाला है।

प्रयागराज और लखनऊ मिलाकर सिर्फ चार सम्पत्तियां पीएमएलए एक्ट के तहत जब्त की गयी हैं। जिनकी कीमत करीब पांच करोड़ के आसपास है। आठ साल पहले तुलसियानी के ठिकानों पर आयकर विभाग ने जब छापे मारकर टैक्स चोरी पकड़ी थी तो 18 करोड़ का कालाधन सरेंडर हुआ था। करोड़ों की नकदी मिली थी। पुलिस ने अगस्त 2022 को अनिल तुलसियानी को गिरफ्तार किया था। अक्टूबर 2023 में अनिल को हाईकोर्ट से जमानत हासिल हुई थी।

लखनऊ में डेढ़ करोड़ का आवासीय फ्लैट किया अटैच

सूत्रों के मुताबिक ईडी ने शुक्रवार को धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई करते हुए लखनऊ स्थित एक अपार्टमेंट में तुलसियानी कंस्ट्रक्शन के निदेशक अनिल कुमार तुलसियानी के फ़्लैट को अस्थायी रूप से अटैच कर दिया है। आवासीय फ्लैट की कीमत 1.5 करोड़ बताई जा रही है। तुलसियानी ने कंपनी के माध्यम से धोखाधड़ी कर अवैध संपत्तियां अर्जित की है। निवेशकों से 30 करोड़ से ऊपर की ठगी को अंजाम दिया गया है। हालांकि ईडी चुप्पी साधे है।

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