BJP के खिलाफ महागठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार सुभासपा, कही बड़ी बात

सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने एक बार फिर गुरुवार को विपक्षी एकता को लेकर बड़ा बयान दिया है।

Sandesh Wahak Digital Desk: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने एक बार फिर गुरुवार को विपक्षी एकता को लेकर बड़ा बयान दिया है। राजभर के मुताबिक मुताबिक अगर मायावती, अखिलेश यादव, सोनिया गांधी, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव एक हो जाए तो हम भाजपा के खिलाफ उस गठबंधन का हिस्सा बनने को तैयार हैं। अगर गैर भाजपाई गठबंधन में ये लोग हमारी जरूरत समझे तो 2 घंटे पहले हमें फोन करें कहां आना है, हम उन लोगों के पहुंचने से पहले पहुंच जाएंगे।

ओम प्रकाश राजभर ने कहा, अगर ऐसा होता है तो हम उस महागठबंधन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। यही हमारी ख्वाहिश है, सत्ता एक साधन है, लेकिन वास्तव में अगर लड़ाई लडऩी है समाज की तो विपक्ष से ही लड़ी जा सकती है। सत्ता में तो आदमी मंत्री, विधायक, सांसद बन कर पंगु हो जाता है, बोल नहीं पाता, सब ओम प्रकाश राजभर नहीं हो पाएंगे। हमारी पहली प्राथमिकता भाजपा के खिलाफ जो गोल बन रहा है उसमें जाने की है।

राजनीति में सब संभव है- राजभर

इस दौरान ओपी राजभर ने एक बार फिर अपनी बात दोहराई और कहा कि कोई पार्टी अछूत नहीं है। पीडीपी महबूबा मुफ्ती और भाजपा समझौता करके सरकार चला सकती है, सपा-बसपा में गठबंधन हो सकता है, कोई नहीं मानता था लेकिन 2019 में हो गया। नीतीश कुमार, लालू यादव, भाजपा सबको देख लीजिए क्या-क्या हुआ। राजनीति में सब संभव है। एक बार गठजोड़ की तस्वीर साफ हो तब हम बताएंगे कहां जाना है।

महागठबंधन के पेंच को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि हम यह देख रहे हैं कि ईडी और सीबीआई के डर से ना बसपा, सपा गोलबंद हो रही है और न ये दोनों कांग्रेस के साथ खड़े होने को तैयार हैं। जेल जाने का डर सता रहा है, अगर यह डर नहीं होता तो एक क्यों हो नहीं हो रहे है। जब सपा और बसपा दोनों दलित पिछड़ों के हित की बात करते हैं तो क्यों नहीं एक हो जाते।

सुभासपा के साथ गठबंधन पर भाजपा को होगा लाभ

भाजपा के इंटरनल सर्वे में जो सामने आया कि अगर भाजपा के साथ सुभासपा का गठबंधन होता है तो पूर्वांचल में भाजपा को फायदा होगा। इस बात पर ओपी राजभर ने कहा कि यह सच्चाई है जब हम भाजपा साथ थे तो पूर्वांचल में अधिकतर सीट वो जीती, जब हम सपा साथ गए तो अधिकतर सीट भाजपा हार गई और सपा जीत गई। पूर्वांचल में जाएंगे तो बस्ती, देवीपाटन, गोरखपुर, वाराणसी, आजमगढ़, फैजाबाद, विंध्याचल मंडल इनमें 28 लोकसभा सीट आती हैं। इन सभी में 50 हज़ार से लेकर 2 लाख वोट तक सुभासपा के पास है। यह बात अधिकारी से लेकर नेता तक सब जानते हैं।

अखिलेश यादव को वोट की जरूरत नहीं

सपा पर निशाना साधते हुए सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर ने कहा कि राष्ट्रपति के चुनाव की बात कीजिए मैं सपा साथ गठबंधन में था, लेकिन उन्होंने हमसे अपने प्रत्याशी के लिए वोट तक नहीं मांगा, जबकि दूसरी तरफ वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सीएम योगी सबने हमसे वोट मांगा। यही विधान परिषद चुनाव में हुआ। अखिलेश यादव को तो वोट की जरूरत है नहीं क्योंकि वह जानते हैं कि हम हार जाएंगे। पहले ही रिजल्ट निकाल लेते हैं।

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