टैरिफ विवाद के बीच एशिया-प्रशांत शिखर सम्मेलन में मिले ट्रंप और शी जिनपिंग
Sandesh Wahak Digital Desk: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव (टैरिफ घमासान) के माहौल में, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक/APEC) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण कोरिया पहुँच गए हैं। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुसान में अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से मुलाकात की।
माना जा रहा है कि शी जिनपिंग की यह यात्रा अमेरिका-चीन के व्यापार और सुरक्षा प्रतिद्वंद्विता के बीच सियोल और वाशिंगटन के साथ बीजिंग के भविष्य के संबंधों की नींव रख सकती है।
ट्रंप ने जिनपिंग को बताया महान नेता
शी जिनपिंग से मुलाकात के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारी मुलाकात बहुत सफल रहने वाली है। उन्होंने चीनी राष्ट्रपति को एक कठोर वार्ताकार के साथ ही एक महान देश का महान नेता भी कहा।
ट्रंप ने गर्मजोशी दिखाते हुए कहा, हम एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते हैं। हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। मुझे लगता है कि हमारे बीच लंबे समय तक शानदार संबंध बने रहेंगे और आपका हमारे साथ होना सम्मान की बात है।
वहीं, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ट्रंप को देखकर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच कभी-कभी टकराव होना सामान्य बात है। जिनपिंग ने विश्वास जताया कि चीन का विकास ट्रंप के अमेरिका को फिर से महान बनाओ नजरिए के साथ-साथ चलता है, और वह अमेरिका-चीन संबंधों के लिए एक ठोस आधार बनाने के लिए ट्रंप के साथ काम करने के लिए तैयार हैं।
157% टैरिफ की धमकी
2019 के बाद डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति की यह पहली मुलाकात हो रही है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन पर पहले से लगाए गए टैरिफ पर 100 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी थी और कहा था कि चीन पर कुल 157 फीसदी टैरिफ 1 नवंबर से लागू हो जाएँगे।
यह धमकी तब आई थी जब चीन ने रेयर अर्थ के निर्यात को लेकर अपने नियम कड़े कर दिए थे। हालांकि, मुलाकात से पहले ही वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा था कि 100 प्रतिशत टैरिफ की धमकी अब प्रभावी रूप से विचाराधीन नहीं है। अब देखना यह है कि शी से मुलाकात के बाद क्या अमेरिकी राष्ट्रपति टैरिफ कम करते हैं या नहीं।
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