‘दिल जुदा कब हुआ था’, अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद बोले आजम खान

Sandesh Wahak Digital Desk: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए राजनीतिक गलियारों में चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अखिलेश से उनका ‘दिल जुदा कब हुआ था’ और मुलाकात में किसी तरह का शिकवा या शिकायत नहीं हुई, बल्कि पार्टी को एकजुटता के साथ बेहतर ढंग से चलाने पर चर्चा हुई।

कानूनी मदद की दरकार, सियासत की बात नहीं

अपने ऊपर चल रहे मुकदमों और हालिया सजाओं का जिक्र करते हुए आजम खान ने कहा, “मुर्गी चोरी में 30 लाख का जुर्माना और इतनी लंबी सज़ा मिली।” उन्होंने व्यथित होते हुए कहा कि वह जेल में थे, “कब्र में थोड़ी था।”

कानूनी मोर्चे पर, आजम खान ने अखिलेश यादव से समर्थन जारी रखने की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा कि अखिलेश कानूनी तौर पर हमेशा मदद करते रहे हैं, और आगे भी करते रहना चाहिए। इस दौरान, उन्होंने जोर देकर कहा कि मुलाकात का कार्यक्रम उन्होंने नहीं रखा था, बल्कि अखिलेश यादव खुद उनसे मिलने आए थे।

‘आग लगाने की बात नहीं, एकजुटता चाहते हैं’

आजम खान ने उन कयासों को खारिज किया, जिनमें उनकी नाराजगी को लेकर पार्टी में टूट की आशंका जताई जा रही थी। उन्होंने कहा कि वह आग लगाने की बात नहीं करते, बल्कि पार्टी की एकजुटता चाहते हैं।

बीजेपी नेताओं द्वारा अखिलेश की यात्रा को चुनावी दांव बताए जाने पर, आजम खान ने कहा कि चुनाव जल्दी नहीं हो रहे हैं, और अगर हुए भी तो हालात कुछ बिगड़े हुए हैं। उन्होंने तल्ख लहजे में कहा कि रामपुर में अब कोई सियासत नहीं रही।

इस मुलाकात के बाद आजम खान का यह बयान, सपा में चल रही आंतरिक खींचतान को शांत करने और लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के भीतर वरिष्ठ नेतृत्व की एकजुटता का संदेश देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम माना जा रहा है।

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