उत्तर प्रदेश में PDA को लेकर मचा सियासी घमासान

उत्तर प्रदेश में पीडीए (PDA) को लेकर सियासी घमासान मचा है। समाजवादी पार्टी और भाजपा के नेता इसकी अलग-अलग व्याख्या कर रहे हैं।

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश में पीडीए (PDA) को लेकर सियासी घमासान मचा है। समाजवादी पार्टी और भाजपा के नेता इसकी अलग-अलग व्याख्या कर रहे हैं। वहीं बसपा मुखिया मायावती भी इस मुद्दे पर कटाक्ष करने में कतई पीछे नहीं हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भरोसा है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में पीडीए के सामने एनडीए गठबंधन की हार होगी। अखिलेश यादव ने लोगों से अपील की है कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि यह पीडीए क्या है और इस सियासी समीकरण पर अखिलेश यादव को भरोसा क्यों है। अखिलेश यादव बार-बार उम्मीद जता रहे हैं कि यही गठबंधन है, जिसकी मदद से एनडीए को हराया जा सकता है।

अखिलेश यादव खुद पीडीए का मतलब समझा चुके हैं। अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए एक बार फिर लिखा कि पीडीए मूल रूप से पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यक के शोषण, उत्पीडऩ व उपेक्षा के खिलाफ उठती हुई चेतना व समान अनुभूति से जन्मी उस एकता का नाम है, जिसमें हर वर्ग के वे सब लोग भी शामिल हैं, जो मानवता के आधार पर इस तरह की नाइंसाफी के खिलाफ हैं। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सब इससे जुड़ें।

मायावती ने PDA को लेकर अखिलेश पर साधा निशाना

अखिलेश यादव ने बीते दिनों एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को पीडीए हराएगा। उन्होंने कहा था कि जिस तरह 2014 में भाजपा का आगमन हुआ था, ठीक वैसे ही 2024 में भाजपा की विदाई हो जाएगी। मायावती सपा पर निशाना साध चुकी हैं। उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) की अपने ही ढंग से परिभाषा की है। उन्होंने सपा पर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए का राग अलापा जा रहा है। इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबंदी के सिवा और कुछ नहीं है। मायावती ने कहा कि इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार दल एलायंस है, जिसके स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसलिए, इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।

उपमुख्यमंत्री ने बताया पीडीए का फुलफॉर्म

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने अखिलेश के पीडीए के फॉर्मूले पर सियासी वार (Political attack on PDA formula) किया था। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यख अखिलेश यादव का पीडीए के फॉर्मूले में P का मतलब परिवारवाद, D का मतलब दंगावाद, A का मतलब अराजकतावाद है, समाजवादी पार्टी दंगा और परिवारवाद को बढ़ावा देती है। मुसलमानों और यादवों पर सपा अपना बैनामा समझती है, लेकिन हमारे यादव दोस्त कहते हैं कि हम लोग राष्ट्रवादी और हिंदू वादी हैं।

केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने भी कहा कि हम पीडीए की नई व्याख्या बता रहे हैं वो है पीड़ित और दुखी एलाइंस। जनता का आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संग है, यह पीडीए पीडि़त और दुखी एलायंस, सत्ता भोग से वंचित एलायंस को जनता भारी मतों से पराजित करेगी।

Also Read: अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर लगाये गंभीर आरोप, नियुक्तियों पर उठाये सवाल

Get real time updates directly on you device, subscribe now.