Lucknow News: डीएलएड परीक्षा पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने अलीगढ़ से दो भाइयों को किया गिरफ्तार
Lucknow News: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) की परीक्षा के पेपर लीक करने वाले एक संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया है। ये दोनों सगे भाई हैं।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि सोशल मीडिया, खासकर टेलीग्राम और व्हाट्सएप के जरिए, अक्टूबर 2025 में होने वाली डीएलएड की परीक्षा के पेपर लीक किए जा रहे हैं। एक संगठित गिरोह परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र और उनके जवाब उम्मीदवारों को बेच रहा था और पेमेंट यूपीआई के माध्यम से ले रहा था।
इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की साइबर टीम ने जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचनाओं के आधार पर गत रात एसटीएफ की टीम ने अलीगढ़ के इगलास इलाके से भरतपुर निवासी पुष्पेंद्र कुमार (उम्र 25 साल) और धर्मेंद्र कुमार (उम्र 27 साल) दोनों संदिग्ध भाइयों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को दोनों के पास से 2 मोबाइल फोन (सिम कार्ड सहित), 1 लैपटॉप, 1 एटीएम कार्ड, 1 पैन कार्ड, 3 आधार कार्ड (जिनमें से एक नकली था), डीएलएड परीक्षा के पेपर लीक करने और यूपीआई पेमेंट की डिटेल से जुड़े 201 स्क्रीनशॉट बरामद हुए हैं।

पूछताछ में पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि उसकी मुलाकात टेलीग्राम पर नितेश पांडेय नाम के एक शख्स से हुई, जिसने उसे परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया। इसके बाद पुष्पेंद्र ने टेलीग्राम ग्रुप बनाकर उम्मीदवारों से 3500 रुपये का भुगतान करने को कहा। भुगतान करने वालों को उसने ग्रुप में एड कर दिया और परीक्षा शुरू होने से करीब 30 मिनट पहले ग्रुप में प्रश्नपत्र और उनके हल भेज दिए।
उसके भाई धर्मेंद्र कुमार, जो खुद एक शिक्षक हैं, ने पैसे कमाने के लालच में इन प्रश्नपत्रों को हल करने का काम किया। पुष्पेंद्र ने बताया कि उसे सैकड़ों उम्मीदवारों से पेमेंट मिला था, जिसमें से उसने लगभग 50,000 रुपये अपने भाई धर्मेंद्र को दिए। एसटीएफ अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों, खासकर नितेश पांडेय को पकड़ने की कोशिश कर रही है। साथ ही बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का फॉरेंसिक जांच के लिए विश्लेषण कराया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ अलीगढ़ के थाना इगलास में यूपी सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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