अली खान महमूदाबाद को सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत, अखिलेश ने ट्वीट कर कही यह बात

नई दिल्ली: अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है। कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के चलते उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इस फैसले के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बिना हर स्वतंत्रता केवल औपचारिकता बनकर रह जाती है। उनकी यह टिप्पणी उन मौलिक अधिकारों की ओर इशारा करती है, जो लोकतंत्र की बुनियाद माने जाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सुप्रीम कोर्ट ने प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को अंतरिम राहत देते हुए उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया है। हालांकि, अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी भाषा और शब्दों का चयन असहज करने वाला था। न्यायालय ने यह भी कहा कि शब्दों के चयन में सावधानी बरती जानी चाहिए, ताकि कोई असहमति या असहमानजनक स्थिति पैदा न हो।
क्या है मामला
प्रोफेसर महमूदाबाद को एक कथित आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उनके शब्दों को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस गिरफ्तारी को लेकर शैक्षणिक और सामाजिक जगत में चिंता जताई गई थी। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने इस पूरे घटनाक्रम को नई दिशा दी है। अखिलेश यादव की यह प्रतिक्रिया बताती है कि विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के उल्लंघन के रूप में देख रहा है। उनका यह बयान एक बड़े राजनीतिक संदेश की तरह भी देखा जा रहा है, जिसमें लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की बात की गई है।
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