Health Tips: फैटी लिवर और वेट लॉस में मददगार है आयुर्वेदिक चाय

Health Tips: लिवर हमारे शरीर का एक ऐसा अंग है जो न सिर्फ विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, बल्कि मेटाबोलिज्म, पाचन और हार्मोन बैलेंसिंग में भी अहम भूमिका निभाता है। लेकिन आजकल की खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण फैटी लिवर की समस्या तेजी से बढ़ रही है। अगर वक्त रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह आगे चलकर सीरियस लिवर डिजीज का कारण भी बन सकती है।
अगर आपकी रिपोर्ट में फैटी लिवर पाया गया है या आप इसके लक्षण महसूस कर रहे हैं- जैसे पाचन संबंधी गड़बड़ी, चेहरे की सूजन, जीभ पर सफेद परत, स्किन प्रॉब्लम या मुंह से दुर्गंध। तो अब वक्त है अपनी डाइट और रूटीन में बदलाव करने का। इसी के साथ हम आपको बता रहे हैं एक आयुर्वेदिक चाय के बारे में, जो लिवर को डिटॉक्स करने, फैट घटाने और पाचन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
आयुर्वेदिक चाय: सामग्री
हल्दी – 1 चुटकी
दालचीनी – 1 छोटी स्टिक
सिंहपर्णी (डंडेलियन) की जड़ – 1/4 टीस्पून (पिसी हुई)
सेंधा नमक – 1 चुटकी
नींबू का रस – आधा नींबू
चाय बनाने की विधि: एक कप पानी लें और उसमें हल्दी, दालचीनी और सिंहपर्णी की जड़ डाल दें। इसे मध्यम आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें। अब इस मिश्रण को छान लें। गुनगुना होने पर इसमें नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाएं। धीरे-धीरे चाय को पिएं। इसे रोजाना खाली पेट या शाम को किसी हल्के नाश्ते के बाद लिया जा सकता है। लगातार 30 दिन तक इसका सेवन करने से असर दिखने लगता है।
इस चाय के प्रमुख फायदे
लिवर डिटॉक्स में मददगार: हल्दी और सिंहपर्णी की जड़ लिवर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं और लिवर सेल्स को रीजेनेरेट करने में सहायक होते हैं।
वजन घटाने में सहयोगी: दालचीनी और नींबू मेटाबोलिज्म को बढ़ाते हैं, जिससे फैट तेजी से बर्न होता है और वजन घटाने में आसानी होती है।
इंफ्लेमेशन को कम करता है: हल्दी और दालचीनी दोनों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो लिवर और शरीर में सूजन को कम करते हैं।
पाचन को बेहतर बनाता है: सेंधा नमक और सिंहपर्णी पाचन एंजाइम्स को एक्टिवेट करते हैं जिससे गैस, अपच और सूजन की समस्या कम होती है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: नींबू और हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और लिवर की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
ध्यान देने योग्य बातें
इस चाय को किसी भी मेडिकल ट्रीटमेंट का विकल्प न मानें। यदि आप किसी पुरानी बीमारी से ग्रस्त हैं या दवाइयां ले रहे हैं, तो इसे शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हेल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज के साथ ही यह चाय ज्यादा प्रभावी साबित होती है।
Also Read: नकली दवा कारोबारियों पर योगी सरकार की सख्त कार्रवाई, 30 करोड़ 77 की नकली दवाएं जब्त, 68 गिरफ्तार