मिशन 2024:  भाजपा बना रही माहौल, विपक्ष तलाश रहा गठबंधन का सूत्र

Sandesh Wahak Digital Desk : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में भारतीय जनता पार्टी जुट गई है। भाजपा नेताओं ने विपक्ष के प्रमुख नेताओं पर सियासी हमले करके यूपी में राजनीतिक पारा गरमा दिया है। मुद्दाहीन विपक्ष अभी तक अपनी रणनीति को धार देने और गठबंधन का सूत्र तलाशने में जुटा है। दूसरी तरफ भाजपा ने माहौल बनाना शुरू कर दिया है। इस बार योगी के बुलडोजर मॉडल से लेकर विकास मॉडल तक को यूपी के चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी पार्टी करती दिख रही है।

भाजपा की ओर से मिशन 2024 का लक्ष्य तय

दरअसल बीजेपी केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने पर देश में मनाए जाने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में जुटी है। भाजपा की ओर से मिशन 2024 का लक्ष्य तय कर लिया गया है। पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर जीत के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। भाजपा ने अब तक के लोकसभा चुनाव में इस लक्ष्य को लेकर कभी भी चुनावी मैदान में कदम नहीं रखा है। वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में भी लक्ष्य 75 ही कहा जाता रहा है।

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 में से भाजपा को 71 और एनडीए को 73 सीटों पर जीत मिली। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 62 सीटों पर सिमटी। दरअसल इस साल विपक्ष की रणनीति जोरदार थी। भाजपा के सामने प्रदेश के दो सबसे बड़े विपक्षी दल एक साथ सामने थे।

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन ने जमीन पर असर दिखाया। हालांकि पार्टी के वोट शेयर बढ़े, लेकिन सीटों की संख्या में कमी आ गई। इस बार भाजपा एक अलग ही रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है। अब तक प्रदेश के जो राजनीतिक समीकरण बनते दिख रहे हैं, वह पार्टी को अनुकूल माहौल उपलब्ध कराते दिख रहे हैं।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बनाई रणनीति

बीजेपी ने अभी से लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी शुरू कर दी है, भले ही चुनाव आने में करीब एक साल का वक्त बचा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री धर्मपाल सिंह की टीम अपने अभियान में जुट गई है। विस्तारकों के साथ बैठक कर रहे हैं। पार्टी हारने वाली सीटों को फोकस कर रही है। वहां पर विधानसभा के स्तर पर विस्तारकों को तैनात कर नियमित फीडबैक लिए जाने की तैयारी है।

विस्तारक क्षेत्र में रहकर उम्मीदवार और पार्टी के पक्ष या विरोध में बनने वाले माहौल पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश नेतृत्व को भेजेंगे। कुछ इसी प्रकार की तैनाती जीती हुई सीटों पर भी होगी। वहां पर पार्टी अपने सांसद के पक्ष या विरोध के माहौल का आकलन करेगी। इस आधार पर उम्मीदवार को बनाए रखने या बैठाए जाने पर आखिरी निर्णय होगा। भारतीय जनता पार्टी ने मिशन 2024 के तहत विपक्ष को कटघड़े में खड़ा करना शुरू कर दिया है। स्थायी सरकार में विकास बनाम विपक्ष के बिखराव को मु्द्दा बनाया जा रहा है।

मंत्री कपिलदेव अग्रवाल

मंत्री ने विपक्ष पर कसा तंज

यूपी सरकार में मंत्री कपिलदेव अग्रवाल भी कुछ इसी प्रकार का बयान देते दिखे हैं। उन्होंने कहा है कि विपक्षी दलों की चिंता हमें नहीं करनी है। उन्हें अपनी चिंता खुद करनी है। उन्होंने कहा कि भाजपा मजबूत है और देश भर में मजबूत हो रही है। पूरे देश का भरोसा भाजपा के साथ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है। हमारी वर्ष 2024 की पूरी तैयारी है। मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष न कभी एक हुआ है, न हो सकते हैं।

बीजेपी विधायक राजेश्वर सिंह

विपक्ष हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करता है: राजेश्वर

बीजेपी विधायक राजेश्वर सिंह ने भी विपक्षी एकता और सवाल उठाए जाने पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष तुष्टीकरण की राजनीति करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की राजनीति वोटबैंक से शुरू होकर वहीं खत्म होती है। भारतीय जनता पार्टी विकास की बात करती है।

भाजपा को मिलेगा यूपी में विपक्ष के बिखराव का फायदा

बीजेपी को यूपी में विपक्ष के बिखराव का फायदा मिल सकता है। बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर चुकी हैं। कैडर को उन्होंने उम्मीदवारों के चयन का निर्देश दे दिया है। हालांकि अंतिम फैसला बसपा सुप्रीमो का ही होना तय है। वहीं समाजवादी पार्टी अभी तक अपना ठिकाना तय नहीं कर पाई है। अखिलेश यादव कभी नीतीश कुमार के स्तर पर बनाए जाने वाले गठबंधन के साथ जाते दिखते हैं। कभी के. चंद्रशेखर राव के साथ तो कभी ममता बनर्जी के साथ। अब चर्चा एक बार फिर कांग्रेस के साथ चुनावी मैदान में उतरने की हो रही है।

मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी से ओवैसी ने बजाई खतरे की घंटी

हालांकि वर्ष 2017 में जिस प्रकार का चुनावी परिणाम सपा-कांग्रेस गठबंधन को मिला था। उस परिणाम के सहारे और आसरे पार्टी अपनी रणनीति पर विचार कर सकती है। अगर भाजपा के सामने सपा, बसपा और कांग्रेस अलग-अलग चुनावी मैदान में उतरी तो विपक्षी वोट बैंक में बिखराव तय है। इन सबके लिए खतरे की घंटी मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी के जरिए एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी पहले ही बजा चुके हैं।

2024 को लेकर तय लक्ष्य को हम प्राप्त करेंगे: पाठक

यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी विपक्ष पर तंज कसा है। डिप्टी सीएम ने इस संबंध में कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो रहे हैं। हम सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएंगे। विपक्ष की ओर से हो रहे हमलों पर उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम ही सवाल उठाना है। विपक्षी एकता के सवाल पर ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्ष एक होता है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। हमारी तैयारी पूरी है। वर्ष 2024 को लेकर हमने जो लक्ष्य रखा है उसे प्राप्त करेंगे।

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