लखनऊ में महिला पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन, मंत्री नरेंद्र कश्यप बोले- सरकार है पूरी तरह प्रतिबद्ध

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश सरकार ने मानसिक मंदित और बहुदिव्यांगता से प्रभावित निराश्रित महिलाओं के पुनर्वास के लिए एक बड़ी पहल की है। लखनऊ में 50 महिलाओं की आवासीय क्षमता वाला “मानसिक मंदित आश्रय गृह सह-प्रशिक्षण केंद्र (महिला)” की स्थापना की गई है, जिसका उद्घाटन मंगलवार को राज्य के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने किया।

इस केंद्र का उद्देश्य उन महिलाओं को सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना है, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के साथ-साथ सामाजिक उपेक्षा का शिकार रही हैं। यहां न केवल उनका पुनर्वास किया जाएगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए जरूरी प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।

जरूरत की चीज़ों का वितरण और बंधारे का आयोजन

उद्घाटन समारोह के दौरान मंत्री नरेंद्र कश्यप ने आश्रय गृह में रह रही सभी महिलाओं को दैनिक जरूरत की वस्तुओं से युक्त किट प्रदान कीं। उन्होंने महिलाओं को आशीर्वाद देते हुए कहा प्रदेश सरकार इन महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह केंद्र उनकी सुरक्षा, सम्मान और विकास का प्रतीक बनेगा। चूंकि यह कार्यक्रम जेष्ठ माह के चतुर्थ मंगलवार को आयोजित हुआ था, इस मौके पर विभाग की ओर से भंडारे का आयोजन भी किया गया। स्वयं मंत्री ने प्रसाद वितरण कर महिलाओं को स्नेह और सम्मान प्रदान किया।

प्रशासनिक अधिकारी भी रहे उपस्थित

इस विशेष मौके पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें संयुक्त निदेशक मुख्यालय रणजीत सिंह, उपनिदेशक लखनऊ मंडल मोनिका लाल, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी रजनीश किरन, परवर पूरब, सरोजनीनगर के ग्राम प्रधान सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल रहे। उत्तर प्रदेश सरकार का यह प्रयास उन महिलाओं को फिर से एक नई दिशा देने का है, जिनका जीवन मानसिक बीमारी और सामाजिक अस्वीकृति के कारण ठहर गया था। यह आश्रय गृह उनके लिए न सिर्फ एक सुरक्षित स्थान होगा, बल्कि एक नए जीवन की शुरुआत भी।

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